नजरिया. पल-पल इंडिया ने बहुत पहले ही लिखा था कि यदि यूपी में योगी जीते, तो अपने दम पर और हारे तो मोदी सरकार के जनविरोधी फैसलों के कारण?
यह यूपी के चुनावी नतीजों में नजर भी आ रहा है!
यकीनन, यूपी के चुनाव में योगी-राज का फायदा दिखा, तो मोदी सरकार के मुद्दों के कारण सपा को बहुत बड़ा लाभ भी मिला है?
कृषि कानून रद्द होने का फायदा बीजेपी को मिला है, इसके कारण बीजेपी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ा नुकसान होने से बच गई है?
यूपी में मतगणना से पहले पल-पल इंडिया (10/3/2022) में- कृषि कानून रद्द करना कितना असरदार? विधानसभा चुनावों के नतीजे बताएंगे! में लिखा था- पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती था- किसान आंदोलन.
हालात यह थे कि पंजाब, यूपी के गांवों में बीजेपी के नेताओं के लिए जाना मुश्किल था, यही वजह भी रही कि अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी ने सियासी हथियार डाल दिए और तीनों कृषि कानून रद्द करने का ऐलान कर दिया.
बावजूद इसके, पंजाब में तो बीजेपी के लिए कुछ खास संभावना नहीं बनी, परन्तु यूपी में राजनीतिक राहत मिलने की उम्मीद लग रही है.
कृषि कानून रद्द करना कितना असरदार रहा, यह विधानसभा चुनावों के नतीजों से ही साफ होगा.
यूपी में यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी के शासन-प्रशासन से जनता कितनी खुश है और किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी आदि के कारण मोदी सरकार से कितनी नाराज है?
सियासी सयानों का मानना है कि इस चुनाव में बीजेपी को नुकसान पहुंचानेवाले किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे मोदी सरकार की बदौलत ही रहे, जिसका यूपी में बीजेपी को नुकसान हुआ!
हालांकि, अभी सारे नतीजे सामने आए नहीं है, लेकिन रूझान से लग रहा है कि ऐसे ही मुद्दों के चलते पिछली बार के विधानसभा चुनाव 2017 के मुकाबले बीजेपी गठबंधन को करीब चार दर्जन सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि सपा गठबंधन को करीब छह दर्जन सीटों का फायदा हो रहा है?
— Pradeep ShreeTheWay (@Pradeep80032145) March 10, 2022Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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