जबलपुर. 1 जनवरी 2004 के बाद भर्ती रेल कर्मचारी नई पेंशन योजना मे शामिल है. इन युवा रेल कर्मचारियो का भविष्य अंधकारमय है. एनपीएस को हटाकर पुरानी गारंटीड पेंशन योजना लागू कराने के लिये ऑल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन व वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन लगातार विरोध प्रदर्शन एवं आंदोलन कर रही है. प्रतिवर्ष एनपीएस के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार 14 मार्च को डब्ल्यूसीआरईयू द्वारा मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के समक्ष एनपीएस मुक्त भारत को लेकर विशाल विरोध प्रदर्शन किया गया.
यूनियन के मंडल सचिव काम. नवीन लिटोरिया ने बताया कि जब तक केन्द्र एवं राज्य कर्मचारियों पर थोपी गयी एनपीएस को हटाकर पुरानी पेंशन लागू नहीं कर दी जाती तब तक डब्ल्यूसीआरईयू द्वारा संघर्ष जारी रहेगा. युवा रेल कर्मियों को एनपीएस कतई मंजूर नहीं है. यदि एनपीएस इतनी ही अच्छी है तो इसे सांसदों विधायकों पर भी समान रूप से लागू करना चाहिये. सांसदों, विधायको के लिये पुरानी पेंशन स्कीम एवं कर्मचारियों के लिये एनपीएस लागू करना अन्याय है.
इसी कड़ी में काम. बीएन शुक्ला ने बताया कि एनपीएस नो पेंशन स्कीम है. युवाओं को बुढ़ापे मे शेयर मार्केट के भरोसे छोड़ दिया जायेगा. इस पर कड़ा संघर्ष किया जा रहा है. कोरोना के कारण पिछले वर्ष संसद पर एनपीएस के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन नहीं हो पाया. एआईआरएफ व डब्ल्यूसीआरईयू आगामी सत्र में संसद पर प्रदर्शन करेगा. द्वार सभा में उपस्थित लोगों ने एनपीएस बैक के नारे लगाये एवं संघर्ष का संकल्प लिया. द्वार सभा को काम. मनीष यादव, काम. सुशान्त नील, काम. कुमार तुलसी, काम. रोमेश मिश्रा व अन्य वक्ताओं ने सम्बोधित किया. विरोध प्रदर्शन मे 500 से भी अधिक युवा कर्मचारी उपस्थित रहे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रेल प्रशासन ने निरस्त किया जबलपुर स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक-6 का वाहन ठेका, नि:शुल्क हुई पार्किंग
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