किसानों पर झूठे बिजली प्रकरण बनाना, ट्रांसफार्मरों के नाम पर राशि लेना डीई, एई और जेई को पड़ा महंगा, निलंबित

किसानों पर झूठे बिजली प्रकरण बनाना, ट्रांसफार्मरों के नाम पर राशि लेना डीई, एई और जेई को पड़ा महंगा, निलंबित

प्रेषित समय :20:24:26 PM / Wed, Mar 16th, 2022

राजगढ़ (ब्यावरा). ट्रांसफार्मर रखने के नाम पर ठेकेदारों से अतिरिक्त राशि वसूल करने व किसानों के ऊपर बिजली चोरी के प्रकरण बनाकर फिर समझौता करने का मामला बिजली कंपनी ब्यावरा के डीई, एई व जेई को महंगा पड़ा है. इस मामले में शिकायत सामने आने के बाद मुख्य अभियंता भोपाल मुख्यालय से तीनों को निलंबित कर दिया गया है.

जानकारी के मुताबिक ब्यावरा से कांग्रेस विधायक रामचंद्र दांगी ने 14 मार्च को भोपाल में शाम 4 बजे विद्युत मंडल के एमडी गणेश शंकर मिश्रा से मय सबूत के साथ तीनों अधिकारियों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाते हुए शिकायत की थी. उन्होंने शिकायत में बताया था कि संबंधित अधिकारियों द्वारा बिजली के वाजिब काम के बदले में रिश्वत ली जा रही है. ट्रांसफार्मर रखने के लिए बिना राशि लिए तीनों अधिकारी न तो स्वीकृति प्रदान करते हैं और न ही फाइल आगे बढ़ाते हैं. इतना ही नहीं, संबंधित अधिकारियों द्वारा एक-एक ट्रांसफार्मर पर 15 से 30 हजार तक अधिक ले रहे थे. यह शिकायतें विधायक दांगी ने मय प्रमाण के बिजली कंपनी के अधिकारी से की थी. इसके अलावा दूसरे यह भी शिकायत में उल्लेख किया था कि किसानों के ऊपर वसूली के नाम पर झूठे बिजली चोरी के प्रकरण बनाए जा रहे हैं. जिस किसान की 5 हार्स पावर की पानी की मोटर चलती हुई पकड़ी जाती है, उसके 15-15 हार्स पावर के चोरी के केस बनाए जा रहे थे.

जिनका जिक्र भी शिकायतों में मय प्रमाण के किया गया था. शिकायतें सामने आने के बाद एमडी मिश्रा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराई गई. जांच में तीनों अधिकारी दोषी पाए जाने पर डीई कमलकांत सिंह, ब्यावरा शहर के एई उमेश विश्वकर्मा व ग्रामीण क्षेत्र के जेई मुकेश मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

विधायक दांगी द्वारा जैसे ही पूरे मामले को लेकर मय प्रमाण एमडी बिजली कंपनी से शिकायत की उसी के साथ चार घंटे के अंदर एमडी ने पूरे मामले की जांच करने के लिए एक टीम को ब्यावरा भेजा गया. यहां पर जैसे ही टीम पहुंची तो उन्होंने शिकायत के प्रमुख् बिंदुओं पर जांच की गई. जब पडताल की गई तो विधायक की शिकायत के बिंदु सही पाए गए. इसके बाद तीनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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