नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए हैं. मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से जारी ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग में पीएम मोदी 77 फीसद अप्रूवल के साथ टॉप पर हैं. पीएम मोदी को दुनिया भर में वयस्कों के बीच सबसे ज्यादा रेटिंग मिली है. वहीं भाजपा ने ट्वीट कर लिखा कि वैश्विक नेताओं की तुलना में सबसे अधिक लोकप्रिय हैं प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी 77 फीसद ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग के साथ पहले पायदान पर. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भर भारत बनने की ओर अग्रसर है.
अमेरिका में मौजूद ग्लोबल लीडर अप्रूवल ट्रैकर मॉर्निंग कंसल्ट ने वैश्विक नेताओं की अप्रूवल रेटिंग जारी की है. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रेटिंग सबसे अधिक है और वह 77 फीसद अप्रूवल रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं. 18 मार्च को मॉर्निंग कंसल्टेंट पॉलिटिकल इंटेलिजेंस ने अपना लेटेस्ट डेटा जारी किया. इसमें कहा गया कि पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग 13 देशों के नेताओं में सबसे अधिक है. ये दिखाता है कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता कितनी अधिक है.
रिसर्च कंपनी द्वारा किए गए सर्वे में दुनिया के 13 नेताओं में पीएम मोदी 77 फीसद अप्रूवल रेटिंग के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. इसके बाद मेक्सिको के एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर का नंबर आता है, जिनकी अप्रूवल रेटिंग 63 फीसद है. इटली के मारिया द्राघी की अप्रूवल रेटिंग 54 फीसद है. वहीं, जापान के फुमियो किशिदा को 45 फीसद की अप्रूवल रेटिंग मिली है. पीएम मोदी की डिसअप्रूवल रेटिंग भी सबसे कम 17 फीसद है. डेटा से पता चलता है कि भारतीय प्रधानमंत्री जनवरी 2020 से मार्च 2022 तक अधिकांश महीनों के लिए सबसे लोकप्रिय वैश्विक नेता बने रहे. लेटेस्ट अप्रूवल रेटिंग 9 से 15 मार्च 2022 तक इक_ा किए गए आंकड़ों पर आधारित हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की अप्रूवल रेटिंग उनके राष्ट्रपति बने रहने के दौरान सबसे कम हो गई है. पिछले साल कोविड-19 मौतों में वृद्धि और अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की जल्दबाजी में वापसी की वजह से बाइडेन की लोकप्रियता गिरना शुरू हो गई थी. यूक्रेन संकट और देश में चल रही अन्य समस्याओं की वजह से बाइडेन की अप्रूवल रेटिंग आने वाले दिनों में और गिर सकती है. मॉर्निंग कंसल्ट के मुताबिक, सर्वे किसी दिए गए देश में सभी वयस्कों के सात-दिवसीय मूविंग एवरेज पर आधारित रीयल-टाइम डेटा को दर्शाता है, जिसमें मार्जिन ऑफ एरर 1 से 3 फीसद के बीच होता है. अमेरिका में औसत नमूना आकार 45,000 है, जबकि अन्य देशों में यह लगभग 3,000-5,000 के बीच है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जापान के पीएम नई दिल्ली पहुंचे, अगले 5 साल में भारत में करेंगे 42 बिलियन डॉलर का निवेश
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