नयी दिल्ली. पश्चिम बंगाल से फिर रोहिंग्या की गिरफ्तारी हुई है. बांग्लादेश के रोहिंग्या शरणार्थी शिविर से भागी छह महिलाओं सहित कुल सात लोगों को रेलवे पुलिस ने एनजीपी रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार रोहिंग्या ने एक एजेंट के जरिए त्रिपुरा से असम पहुंचे थे. मंगलवार को असम के कुमारघाट से कंचनजंगा एक्सप्रेस में सवार हुए थे.
उन्होंने न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर उतरने की योजना बनाई थी और वहां से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से दिल्ली जाने की योजना थी. वे बुधवार सुबह निर्धारित समय पर न्यू जलपाईगुड़ी पहुंचे थे, लेकिन उससे पहले जीआरपी ने उन्हें एनजेपी में पकड़ लिया. संदिग्धों की पहचान मोहम्मद जुबेर, नूर फातेमा, रोजिया, किस्मतारा, नूरजहां, मुजिदा और मोरिजान के रूप में हुई है. बता दें कि इसके पहले भी बंगाल में रोहिंग्या के मौजूद होने के आरोप लगते रहे हैं.
गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने इन्हें पकड़ा है. पकड़े जाने के बाद से आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारी सात लोगों से पूछताछ कर रहे हैं. इससे पहले एनजेपी थाने से 31 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें एक राज्य से दूसरे राज्य के रास्ते में पकड़ा गया था. इसके बाद से स्टेशनों पर जीआरपी और आरपीएफ की तलाशी तेज कर दी गई है.
वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किए गए रोहिंग्याओं सहित एजेंट बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में उंशिफरंग और कटुफलांग शरणार्थी शिविरों से भागे थे. दलालों को पैसे देकर भारत-बांग्लादेश सीमा पार करने के बाद वे सबसे पहले त्रिपुरा के धर्मनगर के कुमारघाट स्टेशन पहुंचे. वहां से वे ट्रेन से असम में दाखिल हुए. वे असम के गुवाहाटी से कंचनजंगा एक्सप्रेस को कोलकाता जाने वाले थे. वे कोलकाता से फिर दिल्ली भागने की योजना बना रहे थे. हालांकि, छह युवतियों को काम या तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था या नहीं. रेलवे पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. जीआरपी की ओर से आरोपियों को एनजेपी पुलिस के हवाले कर दिया गया. वहां उनसे पूछताछ के बाद जलपाईगुड़ी को कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इनमें कोई और भी शामिल है या नहीं.
पुलिस के अनसुार एनजीपी स्टेशन पर वे संपर्कक्रांति एक्सप्रेस से दिल्ली जाने का इंतजार कर रहे थे. रेलवे पुलिस को संदेह हुआ. पुलिस ने स्टेशन के आसपास उन्हें घूमते देखा. पुलिस ने स्वयंसेवी संस्था चाइल्डलाइन के सहयोग से पूछताछ शुरू की, तो पता चला कि मोहम्मद जुबेर इस काम में उनके एजेंट के तौर पर काम कर रहा है. पुलिस ने मोहम्मद जुबैर को भी गिरफ्तार किया है. जीआरपीएफ, आरपीएफ और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उनका इरादा दिल्ली जाने का था या फिर उनके इस देश में आने के पीछे कोई और कारण है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पश्चिम बंगाल में अनूठी शादी, 100 साल का दूल्हा, 90 साल की दुल्हन, पोते-परपोते बारात में हुए शामिल
पश्चिम बंगाल निकाय चुनाव में बवाल, EVM तोड़ने के आरोप में BJP उम्मीदवार गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्टील प्लांट में गैस रिसाव के कारण दम घुटने से 3 मजदूरों की मौत, चार गंभीर
Leave a Reply