नई दिल्ली. केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए अगले साल तक हर दिल्ली वासी को ई-हेल्थ कार्ड देगी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की स्वास्थ्य सूचना प्रबंधन प्रणाली की प्रगति का आंकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. सीएम ने संबंधित विभागों को एचआईएमएस प्रणाली लागू होने से कम से कम 3 महीने पहले दिल्ली की जनता को ई-हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. इस प्रणाली को मार्च 2023 से शुरू किए जाने की पूरी उम्मीद है. स्वास्थ्य सूचना प्रबंधन प्रणाली का उद्देश्य स्वास्थ्य प्रबंधन को विश्वस्तरीय बनाना है, इस तरह की योजना भारत में कभी नहीं लाई गई है. ये पूरे देश में अपनी तरह के पहले ई-हेल्थ कार्ड होंगे, जिसमें मरीज की सभी मेडिकल जानकारी क्लाउड पर उपलब्ध होगी. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
स्वास्थ्य सूचना प्रबंधन प्रणाली लागू होने के बाद लोगों को अस्पतालों की लंबी कतारों से मुक्ति मिलेगी. लोग अपने घर मैं बैठे-बैठे आराम से ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग करके डॉक्टर से मिलने का समय ले सकेंगे, जिसके बाद वो तय समय पर अस्पताल जाकर डॉक्टर से मिल सकेंगे और परामर्श ले सकेंगे. इससे उनका समय भी बचेगा और डॉक्टर से मिलने में काफी सहूलियत भी रहेगी. दिल्ली सरकार की योजना है कि लोगों को हेल्थ कार्ड बनवाने के लिए अस्पतालों या दफ्तारों के चक्कर ना काटने पड़ें. सरकार, लोगों को इस परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए पूरी दिल्ली में सर्वे कराएगी, जिससे कि सभी का हेल्थ कार्ड बनाया जा सके. साथ ही, अस्पतालों व अन्य निर्धारित स्थानों पर भी हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे. डोर टू डोर सत्यापन कर हेल्थ कार्ड वितरित किए जाएंगे. हेल्थ कार्ड में व्यक्ति की पूरी मेडिकल हिस्ट्री होगी और वो कार्ड की मदद से एचआईएमएस से जुड़े किसी अस्पताल में इलाज करा सकेगा, हेल्थ कार्ड बनने के बाद उसे मेडिकल रिपोर्ट लेकर जाने की जरूरत नहीं होगी.
इसके साथ ही दिल्ली सरकार जल्द से जल्द इस योजना को दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में को लागू करने की कोशिश कर रही है, जिसके बाद निजी अस्पतालों को भी चरणबद्ध तरीके से इससे जोड़ा जाएगा. अस्पताल प्रशासन, बजट और योजना, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, बैक एंड सेवा और प्रक्रियाओं जैसी सभी रोगी देखभाल संबंधी सेवाओं को इस प्रणाली के तहत लाया जाएगा, इस प्रणाली के माध्यम से स्वास्थ्य कार्ड जारी किए जाएंगे और उपयोग के लिए ऑनलाइन उपलब्ध होंगे. इससे दिल्ली के लोगों को एक ही छत के नीचे सारी जानकारी मिल सकेगी और आपात स्थिति में तत्काल मदद मिलेगी. इसके लागू होने के बाद दिल्ली देश का एकमात्र ऐसा राज्य बन जाएगा, जिसके पास क्लाउड आधारित स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली होगी. वर्तमान में स्वीडन, युगांडा और जर्मनी जैसे कुछ विकसित देशों में ऐसी प्रणाली उपलब्ध है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पीएम मोदी पर फिर हमलावर क्यों होने लगे केजरीवाल, समझें रणनीति में बदलाव की वजह
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