कोरबा. जिले के कटघोरा थाना में पदस्थ आरक्षक शिवशंकर परिहार को पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया है. यह कार्रवाई प्रदेश के एक संसदीय सचिव से हुई नोकझोंक के बाद तत्काल प्रभाव से की गई है. पुलिस अधीक्षक ने आरक्षक के इस तरह के आचरण को अनुचित माना है.
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ शासन के गृह विभाग में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय के स्वजन पारिवारिक काम से बनारस की ओर जा रहे थे. कल 30 मार्च को रात के वक्त कटघोरा क्षेत्र से गुजरने के दौरान स्वजनों के वाहन को आरक्षक शिव शंकर परिहार ने जांच-पड़ताल के नाम पर रोक लिया. स्वजन ने आरक्षक को बताया कि वे संसदीय सचिव विकास उपाध्याय के रिश्तेदार हैं और बनारस जा रहे हैं. चाहो तो उनसे बात कर सकते हो. यह कहकर विकास उपाध्याय से आरक्षक की बात कराई गई.
बताया जा रहा है कि फोन पर वार्ता के दौरान संसदीय सचिव ने अपना परिचय दिया तो इधर से पंचायत का सचिव समझा गया और इस गलतफहमी में आरक्षक व संसदीय सचिव के मध्य काफी तीखी नोकझोंक हो गई. संसदीय सचिव ने इस घटनाक्रम से तत्काल जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को अवगत कराया. पुलिस अधीक्षक ने इसे गंभीरता से लेते हुए आरक्षक को तत्काल प्रभाव से मौखिक आदेश जारी कर लाइन अटैच कर दिया है. कटघोरा थाना प्रभारी निरीक्षक नवीन देवांगन ने बताया कि यह वाकया फोन पर गलतफहमी की वजह से हुई.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का फैसला: कहा- अविवाहित बेटी भी माता-पिता से शादी के खर्च की कर सकती है मांग
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