मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में ही 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, नहीं होगा बदलाव

मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में ही 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, नहीं होगा बदलाव

प्रेषित समय :08:25:53 AM / Tue, Apr 5th, 2022

भोपाल. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बड़ा फैसला लिया है. यहां फिलहाल नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा. कमलनाथ राज्य छोड़कर केंद्र की राजनीति में नहीं जाएंगे. 2023 का विधानसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी वही होंगे. भोपाल में सोमवार को हुई पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक में ये बड़ा फैसला लिया गया. इस बैठक में दिग्विजय सिंह सहित प्रदेश के सभी क्षत्रप मौजूद थे. सबने सर्वसम्मति से कमलनाथ के नाम पर मोहर लगायी.

मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनावकी तैयारी जोर शोर से जारी है. बीजेपी और कांग्रेस जी जान से जुट गए हैं. इसी सिलसिले में भोपाल में हुई बैठक में ये फैसला लिया गया कि चुनाव पीसीसी चीफ कमलनाथ के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. इसी के साथ कमलनाथ के केंद्र में जाने या पीसीसी चीफ का पद छोड़ने की अटकलों पर भी विराम लग गया. बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया कि सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन किए जाएंगे और हर 15 दिन में दिग्गजों की बैठक होगी.

कांग्रेस एमपी में 2023 का विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ेगी. मुख्यमंत्री का चेहरा भी कमलनाथ होंगे. यह बड़ा फैसला कांग्रेस की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया. साथ ही इस बैठक में चुनाव का रोडमैप तैयार किया गया. हर 15 दिन में दिग्गजों की बैठक भी होगी. आगामी दिनों में सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन भी किए जाएंगे. कमलनाथ के श्यामला हिल्स स्थित बंगले पर ये बड़ी और महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी, अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत पूर्व मंत्री मौजूद थे. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने बैठक में सर्वसम्मति से बड़ा फैसला लिया.

बैठक खत्म होने के बाद पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने कहा 2023 का चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. कमलनाथ ही मुख्यमंत्री बनेंगे. सरकार के खिलाफ बेरोजगारी, आर्थिक बदहाली, किसान, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, शराब जैसे मामलों पर बड़े आंदोलन किए जाएंगे. उन्होंने कहा चार लाख करोड़ का कर्जा मध्य प्रदेश पर है. जनता बेहाल है. पंचायत स्तर से लेकर राजधानी स्तर तक आंदोलन होंगे. संगठन में स्तरों पर जो बदलाव होता है वह होता रहेगा.

कमलनाथ के बंगले पर हुई बड़ी बैठक करीब 3 घन्टे चली. बैठक खत्म होने के बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कमलनाथ के नेतृत्व में एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेंगे. जनता के हित के लिए कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे. कांग्रेस के परिवार ने एक भाव के तहत यह फैसला लिया है. इसमें तमाम सीनियर लीडर, पूर्व मंत्री भी मौजूद थे. इस तरह की मीटिंग हर 15 दिन में होगी. आगामी बैठकों में भी सीनियर लीडर मौजूद रहेंगे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

एमपी में शिवराज सरकार जनता को गुमराह करने का काम कर रही है: कमलनाथ

अभिमनोजः गुजरात में कांग्रेस को बीजेपी से नहीं, आप से सियासी खतरा ज्यादा है?

पंजाब में सरकारी बंगलों से डायनिंग टेबल, पंखे, फ्रिज ले गए कांग्रेस के मंत्री, PWD ने सचिव को लिखा पत्र

महाराष्ट्र: राज्य ईकाई ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने पर आधा लीटर दूध मुफ्त देने की घोषणा की

अभिमनोजः सियासी दबाव और गुटबाजी से मुक्त पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ही 2024 में कामयाबी दिला सकता है!

Leave a Reply