भोपाल. प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की शिक्षक पात्रता परीक्षा का पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. आनंद राय को भोपाल क्राइम ब्रांच ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम ने डॉ. आनंद राय और कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कराया था. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने डॉ. राय पर दर्ज एफआईआर को निरस्त करने की याचिका को खारिज करने के बाद भोपाल क्राइम ब्रांच ने यह एक्शन लिया. हाई कोर्ट ने पहले एक अंतरिम आदेश दिया था जिसमें आनंद राय के खिलाफ किसी प्रकार की कार्यवाही ना करने का आदेश था.
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले में डॉ. आनंद राय के खिलाफ भोपाल के अजाक थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. एमपी शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर का जो स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल था उसमें नाम लक्ष्मण सिंह दिख रहा था. डॉ. राय ने इसी स्क्रीन शॉट को लेकर सोशल मीडिया में एक पोस्ट कर पूछा था- लक्ष्मण सिंह आखिर कौन है?
डॉ राय को लेकर टीम आज सुबह तक भोपाल पहुंचने की उम्मीद है. डॉ राय ने अपने शुभचिंतकों को भोपाल पहुंचने की अपील की है. इसके साथ ही सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा ने उनकी गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक, आनंद के अनुसार मप्र पुलिस दिल्ली के होटल से उसे बिना किसी वारंट के अरेस्ट कर रही है. कपिल सिब्बलजी का भी फोन आया मुझे. ऐसी प्रक्रिया पूरी तरह से अवैध प्रतीत होती है. कानूनी तौर से दिल्ली पुलिस को अपने अधिकार क्षेत्र में यह गिरफ्तारी की अनुमति वारंट के बिना नहीं देनी चाहिए.
इस केस में लक्ष्मण सिंह का आरोप है कि दोनों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी छवि धूमिल की है. केस दर्ज होने के बाद केके मिश्रा ने लिखा था कि धन्यवाद सरकार, अन्य मामलों में मुझे खरीद नहीं पाए तो अब एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग, FIR ! मुझे खुशी होती इसके पहले शिक्षक भर्ती वर्ग-3 परीक्षा धांधली को लेकर दोषियों के खिलाफ FIR होती? सच व भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने से न तब डरा था न अब डरूंगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-इंदौर एयरपोर्ट पर जिंदा कारतूस ले जा रहा व्यापमं घोटाले का सरगना डॉ जगदीश सागर गिरफ्तार
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