पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित ग्राम उचेहरा कुण्डम में जादू-टोना के शक पर सुनील बरकड़े की लाठियों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है, हत्या के बाद लाश को फांसी के फंदे पर एक पेड़ पर लटका दिया गया, ताकि लोग इसे आत्महत्या समझे, आज सुबह जब लोगों ने सुनील की लाश को पेड़ पर लटकते देखा तो स्तब्ध रह गए, खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, देखा तो मृतक के शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले. पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हत्या के बाद लाश को फांसी के फंदे पर लटकाया गया है, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएगें उस आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
बताया गया है कि ग्राम उचेहरा कुण्डम निवासी सुनील बरकड़े बीती रात दस बजे के लगभग घर से कहकर निकला कि अभी लौटकर आते है, रास्ते में अज्ञात तत्वों ने सुनील की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी, हत्या के बाद लाश को गांव में एक पेड़े पर फंदा डालकर फ ांसी पर लटका दिया गया, ताकि लोग यही समझे कि सुनील बरकड़े ने आत्महत्या की है. इधर देर रात तक सुनील के घर न लौटने से परिजन चितिंत हो गए, जिन्होने अपने स्तर पर सुनील की तलाश की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. आज सुबह कुछ लोगों ने सुनील की लाश पेड़ पर लटकते देखी तो स्तब्ध रह गए, यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई, देखते ही देखते कई लोग पहुंच गए, यहां तक कि सुनील के परिजन व रिश्तेदार भी आ गए, उन्होने सुनील को देखा तो फूट-फूटकर रोए, मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उतरवाकर देखा कि शरीर पर लाठियों क ी चोट के निशान रहे, वहीं पर खून से सनी लाठी व पत्थर भी पड़ा रहा, पुलिस को पूछताछ में यह भी जानकारी मिली है कि सुनील बरक ड़े गांव में झाडफ़ूंक का काम भी करता रहा, संभवत: किसी ने जादू टोना के संदेह पर सुनील की हत्या की गई है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया है, पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएगें उस आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
कुण्डम पुलिस की कार्यप्रणाली उठे सवाल-
घटना की सूचना तत्काल कुण्डम थाना पुलिस को दी गई लेकिन हमेशा की तरह कु ण्डम थानाप्रभारी प्रतापसिंह मरकाम मौके पर पहुंचे, जिससे लाश पेड़ पर ही लटकती रही, पुलिस के काफी देर तक न पहुंचने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त रहा, ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में बढ़ती अपराधिक घटनाओं का कारण है कुण्डम पुलिस की कार्यप्रणाली है, जो ग्रामीणों की शिकायत किए जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं करती है, जिसका एक कारण यह भी है कि ग्रामीण अपनी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों तक नहीं पहुंचा पाते है जिसके चलते कुण्डम थाना में अराजकता का माहौल है, थानाप्रभारी को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि थानाप्रभारी कभी मोबाइल फोन नहीं उठाते है, जबकि उन्हे शासकीय सिम मिली है, यह इसलिए दी गई है कि ताकि लोग अपनी परेशानी बता सके.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में पांच रुपए का सिक्का श्वांस नली में फंसने से बच्चे की मौत..!
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