नई दिल्ली. नीति आयोग के राज्य ऊर्जा और जलवायु इंडेक्स में बड़े राज्यों की कैटेगिरी में 50.1 अंकों के साथ गुजरात ने शीर्ष स्थान हासिल किया है. गौरतलब है कि गुजरात को बिजली वितरण कंपनियों के प्रदर्शन और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में नए नए प्रयोग करने के लिए टॉप रैंकिंग हासिल हुई है. वहीं केरल और पंजाब क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं.
वहीं बड़े राज्यों में सबसे निचला स्थान छत्तीसगढ़ का रहा जिसे 20वां स्थान मिला और उसका स्कोर 31.7 रहा. स्कोर से देखा जा सकता है कि राज्य ने स्वच्छ ऊर्जा पहल, ऊर्जा दक्षता, पर्यावरणीय स्थिरता और नई पहल के मामले में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश, झारखंड और राजस्थान सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों की सूची में शामिल हैं. वहीं सुधार की दृष्टि से सबसे अच्छा प्रदर्शन हिमाचल प्रदेश ने किया है.
नीति आयोग के अनुसार, राज्य ऊर्जा और जलवायु इंडेक्स पहला इंडेक्स है जिसका उद्देश्य जलवायु और ऊर्जा क्षेत्र में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा किए गए प्रयासों को ट्रैक करना है. इससे ये उम्मीद की जाती है कि अलग-अलग राज्यों के गहन विश्लेषण से ऊर्जा के विभिन्न पैरामीटर्स पर सर्विस डिलीवरी को बढ़ाने में मदद मिलेगी. इन मापदंडों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.
स्टेट एनर्जी एंड क्लाइमेट इंडेक्स (एसईसीआई) राउंड-1 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को छह मानकों पर रैंक करता है - जिसमें बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) का प्रदर्शन, सामर्थ्य और ऊर्जा की विश्वसनीयता, स्वच्छ ऊर्जा पहल, ऊर्जा दक्षता, पर्यावरणीय स्थिरता और नई पहल शामिल है. इन मापदंडों में कुल 27 संकेतक शामिल हैं. SECI राउंड-1 स्कोर के परिणाम के आधार पर, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तीन समूहों - फ्रंट रनर, अचीवर्स और एस्पिरेंट्स में बांटा किया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की अगली रिपोर्ट ख़ास, भारत की बनी है नज़र
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