इंजीनियर ने सीडीएम मशीन सुधार की आड़ में विभिन्न खातों में ट्रांसफर किए 41 लाख 19 हजार रुपए, ईओडब्ल्यू ने दर्ज किया प्रकरण

इंजीनियर ने सीडीएम मशीन सुधार की आड़ में विभिन्न खातों में ट्रांसफर किए 41 लाख 19 हजार रुपए, ईओडब्ल्यू ने दर्ज किया प्रकरण

प्रेषित समय :20:25:49 PM / Thu, Apr 28th, 2022

पलपल संवाददाता, जबलपुर/सागर. मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में डायबोल्ट कंपनी के इंजीनियर सीताराम तिवारी ने स्टेट बैंक आफ इंडिया की कैश डिपाजिट  मशीन (सीडीएम) को रिपेयर करने के दौरान 41 लाख 19 हजार रुपए अपने व अपने साथी कर्मचारियों के खाते में ट्रांसफर कर लिए. इंजीनियर सीताराम तिवारी के इस कारनामें बैंक के अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल रहे. इस मामले की शिकायत मिलने पर राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) सागर ईकाई ने जांच कराते हुए प्रकरण दर्ज किया है.

ईओडब्ल्यू एसपी देवेन्द्रसिंह राजपूत ने बताया कि  डायबोल्ट कंपनी के इंजीनियर सीताराम तिवारी व अन्य के द्वारा एसबीआई की टीकमगढ़ स्थित शाखा में कैश डिपाजिट मशीन (सीडीएम) को रिपेयर किया जाता है, सीताराम तिवारी ने सुधार कार्य करने के लिए ज्वाइंट कस्टोडियन ओमप्रकाश व अन्य को बुला लेता था, मशीन को ठीक करने के दौरान सीताराम 100, 500 व 1000 रुपए के नोट का पैकेट ज्वाइंट कस्टोडियन से लेकर मशीन को सुपरवाइजरी मोड से कंज्यूमर मोड में कराकर रुपए को मशीन में डाल देता, इसके बाद एटीएम से अपने साथियों, रिश्तेदारों व परिचित के खातों में पैसा ट्रांसफर करता रहा. यहां तक कि सीडीएम मशीन को ज्वाइंट कस्टोडियन से कंज्यूमर मोड  फिर सुरपवाईजरी मोड में करा देता था, यहां तक कि ट्रांजेक्शन की काउंटर स्लिप को जीरो कर देता था जिससे बैलेंस का भी पता नहीं चल पाता था. इस तरह से डायबोल्ट कंपनी के इंजीनियर सीताराम तिवारी द्वारा एसबीआई टीकमगढ़ में लगी सीडीएम मशीन को सुधारने की आड़ में 41 लाख 19 हजार रुपए विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर लिए, जिसमें बैंक के ज्वाइंट कस्टोडियन ने भी साथ दिया. मामले की जांच करते हुए डायबोल्ट कंपनी के सीताराम तिवारी, ज्वाइंट कस्टोडियन ओमप्रकाश सहित अन्य के खिलाफ धारा 420, 408, 409, 468, 477 ए, 120बी भादवि 7 सी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संशोधित अधिनियम 2018 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही है.

16 माह में 260 बार किया गया है रुपयों का ट्रांजेक्शन-

इस मामले की जांच अधिकारी इंस्पेक्टर उमा नवल आर्य ने बताया कि 12 जून  2014 से 21 अक्टूबर 2016 तक करीब 260 बार ट्रांजेक्शन के जरिए एसबीआई टीकमगढ़ से सीडीएम मशीन से 41 लाख 19 हजार रुपए पांचो आरोपियों व उनके परिचितों के खाते में एटएीम के जरिए अलग अलग दिनांक में ट्रांसफर किए गए है. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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