प्रदीप द्विवेदी. इतने वर्षों से पेट्रोल के रेट ने जनता की जेब में आग लगा रखी है, ऐसे में कहा जा रहा था कि राष्ट्रहित में रेट ज्यादा वसूले जा रहे हैं, परन्तु अब अचानक राष्ट्रहित की दिशा ही बदल गई है?
अजब न्याय के गजब राष्ट्रहित की खबर है कि.... देशभर में कोरोना के हालात पर मुख्यमंत्रियों के साथ हुई एक बैठक में कई गैर-भाजपाई राज्यों में पेट्रोल के रेट का ज़िक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 'अन्याय' करार देते हुए राज्य सरकारों से सियासी आग्रह किया कि- वे आम आदमी को लाभ देने के उद्देश्य से 'राष्ट्रहित' में टैक्स घटाएं?
लेकिन, पीएम मोदी की पेट्रोल पॉलिटिक्स उन्हीं पर भारी पड़ गई, गैर-भाजपाई नेताओं ने पीएम मोदी के सियासी झूठ पर जमकर शब्दबाण चलाते हुए कई तीखी टिप्पणियां की हैं!
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि- राज्यों से टैक्स घटाने के लिए कहने पर प्रधानमंत्री को शर्म आनी चाहिए? उन्होंने कहा कि उनके राज्य में वर्ष 2015 से ईंधन टैक्स में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है!
उन्होंने कहा कि- राज्यों से कहने के बजाए केंद्र टैक्स में कटौती क्यों नहीं कर रहा है?
उनका तो यह भी कहना था कि- केंद्र ने न केवल टैक्स बढ़ाए हैं, वह सेस भी एकत्र करता है, यदि आपमें हिम्मत है, तो बताएं, टैक्स क्यों बढ़ाया गया?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने व्यंग्यबाण चलाते हुए ट्वीट किया- प्रधानमंत्री ने जयपुर का नाम तो लिया, परन्तु वो संदेश भाजपा शासित राज्यों को ही देना चाह रहे थे, क्योंकि आज भी भोपाल में पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें जयपुर से अधिक हैं, संभवतः भूलवश उन्होंने भोपाल को जयपुर बोल दिया?
कांग्रेस के प्रमुख नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी निशाना साधा-
जब मुख्यमंत्री थे तो प्रधानमंत्री से कहते थे दाम कम करें?
और.... अब प्रधानमंत्री है तो मुख्यमंत्रियों से कह रहे है की दाम कम करें?
वाह मोदी जी, वाह!
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के भाषण को एकतरफा और गुमराह करनेवाला करार देते हुए कहा कि- उनकी प्रदेश सरकार ने पिछले तीन साल में पेट्रोल और डीज़ल पर सब्सिडी देने के लिए 1,500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं?
प्रेस से उन्होंने कहा कि मोदी की ओर से पेश किए गए तथ्य गलत हैं, हम पिछले तीन साल से पेट्रोल और डीज़ल के प्रत्येक लीटर पर एक रुपये की सब्सिडी देते आ रहे हैं, हमने इस मद में 1,500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं!
यही नहीं, ममता बनर्जी का यह भी कहना था कि- केंद्र के पास हमारे 97,000 करोड़ रुपये बकाया हैं, जिस दिन हमें आधी रकम भी मिल गई, अगले ही दिन हम पेट्रोल और डीज़ल पर 3,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दे देंगे! उन्होंने कहा कि उस बैठक में मुख्यमंत्रियों के बोलने का कोई साधन नहीं था, लिहाजा उनमें से कोई भी प्रधानमंत्री मोदी की बातों का जवाब नहीं दे सका?
लेकिन, बाद में मुख्यमंत्रियों ने पीएम मोदी को शानदार सियासी आईना दिखाया!
सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों द्वारा पेट्रोल और डीज़ल पर 5,000 करोड़ और 3,000 करोड़ की सब्सिडी देने के लिए तारीफ करने के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गलत बताते हुए कहा कि इन राज्यों को केंद्र से खासी वित्तीय सहायता मिलती है, जबकि उनके राज्य को काफी कम मदद दी जाती है?
इतना ही नहीं, तृणमूल कांग्रेस ने तो पीएम मोदी की पेट्रोल पॉलिटिक्स को एक्सपोज करते हुए ट्वीट किया- श्री नरेंद्र मोदी, आपका एजेंडा राज्यों को शर्मिन्दा करने का था, जनता का बोझ कम करने के लिए केंद्र क्या कर रहा है? आवश्यक वस्तुओं के दाम घटाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? लोकतंत्र पर बुलडोज़र न चलाइए, हमसे सबक लीजिए!
सियासी सयानों का मानना है कि देश मे बीजेपी के घटते जनाधार के कारण मोदी टीम की बेचैनी बढ़ती जा रही है और यही वजह है कि पीएम मोदी झूठ बोल रहे हैं, तो उनके समर्थक बेतुके बयान दे रहे हैं?
इन साहिबा का कहना है कि हम जैसे मोटरसाइकिल चलानेवाले अमीरों को सबक सिखाने के लिए ही पेट्रोल के दाम बढ़े हैं....
https://twitter.com/i/status/1511197909458464770
साहेब सब जोखिम से दूर हैं! गैस- स्मृति, पेट्रोल- रामदेव, तो महंगाई के लिए राजनाथ पर निशाना साधो?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1510644381778575360
साहेब एक फोनकॉल की दूरी पर मजे में! स्मृति रसोई गैस के रेट पर सवालों के घेरे में?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1513186212403580931
कमाल है! मोदीजी से भी दो कदम आगे.... मास्टर स्ट्रोक?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1513920243454050304
Bhagat Ram @bhagatram2020
हाँ, मैंने कहा था!
https://twitter.com/i/status/1509546471112159238
PETROL PRICES! FUNNY VIDEO BY RAJENDRA BISARIA....
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली कैपिटल्स ने कोलकाता को 4 विकेट से हराया, केकेआर की लगातार 5वीं हार
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