एमपी में अब पुजारियों को 5000 रुपये मिलेगा मानदेय, स्कूलों में पढ़ाया जाएगा भगवान परशुराम का चरित्र

एमपी में अब पुजारियों को 5000 रुपये मिलेगा मानदेय, स्कूलों में पढ़ाया जाएगा भगवान परशुराम का चरित्र

प्रेषित समय :15:56:32 PM / Tue, May 3rd, 2022

भोपाल. परशुराम जयंती पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणाएं की हैं. उन्होंने कहा कि एमपी में स्कूली पाठ्यक्रम में भगवान परशुराम का चरित्र पढ़ाया जाएगा. साथ ही पुजारियों को पांच हजार रुपये का मानदेय दिया जाएगा. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कर्मकांडी छात्रों को स्कॉलरशिप भी दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि भगवान परशुराम अक्षय हैं, अनंत हैं, सर्व व्यापक हैं. सत्य और धर्म की स्थापना के लिए वो हैं. दुष्टों का अंत और मानवता की रक्षा के लिए महायज्ञ उन्होंने प्रारंभ किया. इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये सनातन संस्कृति आगे बढ़ती रहे. इसके लिए विद्वान, कर्मकांडी हमारी संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए चाहिए. हमने 1900 पदों पर संस्कृत शिक्षकों की भर्ती कर दी है. आगे भी भर्ती अभियान जारी रहेगा. जब तक पद नहीं भरे जाते, हम अतिथि शिक्षक रखेंगे.

श्री चौहान ने कहा कि भौतिकता भगवान परशुराम के संदर्भ में स्कूल शिक्षा के पाठ्यक्रम में पाठ शामिल करने का निर्देश दे रहा हूं. परशुराम जी के विषय में सभी पढ़ें और उनकी जीवन से प्रेरणा लें. मैं तत्काल पाठ्यक्रम समिति को बुलाकर निर्देश दूंगा कि भगवान परशुराम जी के चरित्र का पाठ, पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाए. उन्होंने कहा कि सब बच्चे पढ़ें, क्या दिक्कत है? सीएम ने कहा कि अरे यह सनातन संस्कृति है, हमारी. यह संस्कृति पढ़ाई जानी चाहिए. भगवान परशुराम का पाठ पढ़ाया जाएगा.

पांच हजार रुपये पुजारियों को देंगे मानदेय

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऐसे मंदिर, जिनके साथ कोई भूमि या संपत्ति नहीं लगी है. उन मंदिरों के पुजारियों को 5 हजार रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाएगा. कई मंदिर ऐसे हैं, जहां बड़ी मात्रा में जमीनें हैं. उसमें से ही मानदेय की व्यवस्था की जाएगी.

मंदिर की जमीन सरकार नीलाम नहीं करेंगी

उन्होंने कहा कि किसी भी मंदिर की जमीन सरकार नीलाम नहीं करेगी. यदि जमीन नीलाम करेंगे तो पुजारी ही करेंगे. मंदिर की जमीनें न बिके, इस पर सुझाव के लिए समिति गठित की जाएगी. सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संस्कृत पढऩे वाले कर्मकांडी विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति दी जाएगी. संस्कृत पढऩे वाले जितने भी बालक हैं, उनके लिए छात्रवृत्ति प्रारंभ की जाएगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

WCRMS को भोपाल मंडल में लगा बड़ा झटका, संघ के मंडल सचिव सैकड़ों साथियों के साथ WCREU में शामिल

एमपी दौरे पर अमित शाह का ऐलान: भोपाल में बनायी जाएगी नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी

भोपाल में दो सड़क हादसे में पांच वर्षीय दो मासूमों सहित तीन की मौत

Leave a Reply