जबलपुर में सटोरियों, अवैध कारोबारियों से पार्टनरशिप के आरोप में क्राइम ब्रांच का एएसआई लाइन अटैच, अभी और भी है

जबलपुर में सटोरियों, अवैध कारोबारियों से पार्टनरशिप के आरोप में क्राइम ब्रांच का एएसआई लाइन अटैच, अभी और भी है

प्रेषित समय :16:46:14 PM / Mon, May 30th, 2022

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा की तत्परता से आईपीएल का सट्टा खिला रहे बड़े सटोरियों को पकड़कर प्रदेश भर में अवैध कारोबार करने वालों में हड़कम्प मचा दिया, वहीं इस कार्यवाही के बाद खाकी वर्दी में छिपे अवैध कारोबारियों के उन साथियों का भी पता चल गया जिनकी सांठगांठ से यह सबकुछ हो रहा था, ऐसे ही एक क्राइम ब्रांच के एएसआई धनन्जयसिंह को पार्टनरशिप का गंभीर आरोप लगने के बाद लाइन अटैच कर दिया गया है, अभी धनन्जयसिंह ही लाइन अटैच किए गए है, यदि एसपी श्री बहुगुणा मामले में गंभीरता से जांच कराएगें तो क्राइम ब्रांच में और भी पुलिस कर्मी है जो सटोरियों से लेकर अवैध कारोबारियों से याराना निभा रहे है.

खबर है कि एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा एएसआई धनन्जयसिंह को लाइन अटैच किए जाने के बाद उनके कॉल डिटेल भी निकलवाए जा रहे है, ताकि यह पता चल सके कि और किन-किन लोगों से एएसआई धनन्जयसिंह के संबंध रहे, क्योंकि क्राइम ब्रांच में और भी पुलिस कर्मी है जिनका क्रिकेट सटोरियों से लेकर अवैध कारोबारियों से काफी याराना है, जिनका साथ में उठना बैठना है, धनन्जयसिंह का मामला तो सामने आ गया लेकिन और धनन्जय के  ही लेबल के और भी पुलिस कर्मी है जो अवैध कारोबारियों के मददगार है, पुलिस अधिकारियों को खबर मिली है कि केंट, गोराबाजार, तिलवारा, गोरखपुर, गढ़ा, ग्वारीघाट, ओमती, लार्डगंज, ओमती, हनुमानताल सहित अन्य क्षेत्रों में अवैध कारोबारियों से लेकर सटोरियों के क्राइम ब्रांच के पुलिस कर्मियों से खास याराना है, गौरतलब है कि पुलिस ने जब गढ़ा में एक सटोरिए को हिरासत में लिया था, उस वक्त क्राइम ब्रांच के एएसआई ने ही फोन पर सटोरियों से चर्चा कर सारी जानकारी दी थी, आज भी यह सिस्टम है अपनाया जा रहा है. सूत्रों की माने तो क्राइम ब्रांच में इन पुलिस कर्मियों ने एक बड़े अधिकारी का हाथ शुरु से रहा है, जिनकी शह पर वे शहर में अपनी मर्जी से ही नौकरी करते रहे, आज भी उन्ही की शह पर क्राइम ब्रांच में इन पुलिस कर्मियों द्वारा अपने काम को अंजाम दिया जा रहा था, ये पुलिस कर्मी अपने वरिष्ठ अधिकारी की बात को भले ही अनसुना कर दे, लेकिन अपने पूर्व अधिकारी की बात को अनसुना नहीं कर सकते थे, अभी भी क्राइम ब्रांच में जो पुलिस कर्मी व अधिकारी है उनमें कुछ तो अपने पूर्व अधिकारी के इशारे पर ही काम कर रहे है, यह बात तो पुलिस विभाग में ही चर्चा का विषय बनी हुई है. अब एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा कराई जाने वाली जांच में क्या सामने आता है. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

जबलपुर के सदर में सराफा कारोबारी के साथ ठगी, सोने की परत चढ़ी चैन-अंगूठी 1.25 लाख रुपए में बेची

जबलपुर में चुनाव से पहले उठापटक शुरु, भाजपा में शामिल हुई 250 महिलाएं

पांचवी अभिव्यक्ति वार्षिक कला प्रदर्शनी: नवोदित चित्रकार भविष्य में जबलपुर का नाम रोशन करेंगे- विनय सक्सेना

पांचवी अभिव्यक्ति वार्षिक कला प्रदर्शनी: नवोदित चित्रकार भविष्य में जबलपुर का नाम रोशन करेंगे- विनय सक्सेना

जबलपुर में मजदूरी करके घर लौट रहे श्रमिक की नहर में डूबने से मौत

Leave a Reply