इस संबंध में लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि ग्राम सिंगपुर स्थित खेत कृष्णकांत सिरोठिया की मां चावरीबाई के नाम पर है, जिसका सीमाकंन कराया गया था, इसके बाद फील्ड बुक बनाने के लिए हल्का नम्बर पांच के पटवारी सुनीलसिंह ठाकुर द्वारा 15 हजार रुपए की मांग कर रहा था, जिसकी शिकायत कृष्णकांत ने लोकायुक्त एसपी से की, इसके बाद आज कृष्णकांत सिरोठिया रिश्वत की पहली किश्त 10 हजार रुपए लेकर तहसील कार्यालय पहुंचा, जहां पर पटवारी सुनीलसिंह को जैसे ही दस हजार रुपए की रिश्वत दी तभी लोकायुक्त टीम के डीएसपी दिलीप झरबड़े, इंस्पेक्टर आस्कर किंडो, रंजीतसिंह सहित अन्य ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया, लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही पटवारी सुनीलसिंह ने रुपया फेंककर दौड़ लगा दी, जिसे पीछा करते हुए पकड़ लिया गया, पटवारी सुनीलसिंह के रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने की खबर से तहसील कार्यालय में हड़कम्प मच गया.
पहला मौका है तत्काल सस्पेंड किया गया-
लोकायुक्त टीम द्वारा पटवारी सुनीलसिंह को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के मामले को कलेक्टर इलैयाराजा टी ने गंभीरता से लिया है, उन्होने पटवारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. कलेक्टर द्वारा की गई इस कार्यवाही भी चर्चा का विषय बनी हुई है कि पहली बार रिश्वत के मामले में पकड़े गए शासकीय कर्मचारी को तत्काल सस्पेंड करने की कार्यवाही की गई है.
लम्बे समय से एक ही जगह पदस्थ है-
इस कार्रवाई के बाद यह बात भी सामने आई है कि त्रिमूर्ति नगर निवासी सुनील कुमार लम्बे समय से एक ही स्थान पर पदस्थ है, कई बार सुनीलसिंह की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची लेकिन उसपर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की जाना भी आश्चर्यजनक है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी सिविल सप्लाई कारपोरेशन में पदस्थ जिला प्रभारी, लेखापाल 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए
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