जबलपुर. पुलिस ने गोहलपुर क्षेत्र में मोबाईल एसेसिरिज का व्यवसाय करने वाले व्यापारी से लूट के मामले का 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. पुलिस ने 5 लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से नगद 20 लाख रुपये एवं घटना में प्रयुक्त 2 एक्सिस वाहन, 4 मोबाईल जप्त किए हैं. वहीं वारदात को अंजाम देने के पीछे आरोपियों ने अपने अपने तर्क दिए हैं. किसी को कर्ज का बोझ उतारना था. किसी को नशे की लत तथा कम समय में अमीर बनने की महत्वकांक्षा ने लुटेरा बना दिया.
एसपी तत्काल पहुंचे थे घटना स्थल
उल्लेखनीय है कि 10 जून को अमखेरा रोड पर राजकुमार तिवारी उम्र 39 वर्ष (निवासी काली मंदिर के पास मदनमहल) जो कि मोबाईल एसेसीरिज का धंधा करता है. उसका रुपयों से भरा बैग अमखेरा रोड पर एक्टिवा सवार दो युवकों ने लूट लिया था. उपरोक्त घटित हुई सनसनीखेज घटना को जबलपुर पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर उमेश जोगा (भा.पु.से.) एवं उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर आर.आर. सिंह परिहार (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन तथा पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के नेतृत्व में गठित विशेष टीम सी.सी.टी.व्ही. एवं रूट मैपिंग टीम, सायबर टीम, के द्वारा अपनी-अपनी भूमिका निभाते हुये सीसीटीव्ही के फुटैज के आधार पर संदिग्धों का हुलिया देखकर संदिग्ध आरोपियों की पहचान हेतु मुखबिरों को बताया गया. जिससे पता चला कि गाड़ी चलाने वाला आरोपी कमलेश उर्फ कम्मू झारिया हैं. जो थाना गोहलपुर क्षेत्र का आदतन अपराधी है. उक्त सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए थाना गोहलपुर की एक टीम कमलेश उर्फ कम्मू के घर भेजी गयी. जैसे ही पुलिस टीम कमलेश के घर के पास पहुंची, तो वह अपने साथी अंशु उर्फ अशुंल के साथ गाड़ी से तेज गति से भागने लगा. जिसका पीछा गोहलपुर पुलिस की टीम करने लगी टीम के द्वारा लगभग 30 कि.मी के आसपास आरोपियों का पीछा किया गया. पुलिस को पीछा करता देख पनागर में दोनों आरोपी छिप गये .चारों तरफ खमरिया, रांझी, गोसलपुर भागने के रास्तों पर पुलिस पार्टियॉ लगी हुई थी. आरोपी आगे कहीं रास्ते में नजर नहीं आये. पनागर में कई थाना प्रभारी अपनी टीमों के साथ पहुंचे तथा घेराबंदी एवं नाकाबंदी करते हुये दोनों आरोपियों को धर दबोच लिया गया.
पूछताछ पर दोनों आरोपी कमलेश एवं अंशु ने अपने अन्य साथी शिवम चौरसिया उर्फ मोदी, सुमित बेन एवं गौरव चौरसिया के साथ मिलकर लूट की घटना करित करना स्वीकार किया. पतासाजी करते हुए शिवम चौरसिया एवं सुमित बेन को नरसिंहपुर पुलिस की सहायता से गाडरवारा मे पकड़ा गया. पूछताछ पर आरोपियों ने सिलसिलेवार घटनाक्रम बताया कि गौरव चौरसिया जयंती कॉम्पलैक्स स्थित मोबाईल दुकान में कामा करता है. जिसे मालूम था कि राजकुमार तिवारी व्यापरियों से पैसा कलेक्ट कर मोबाईल एसेसिरिज खरीदने दिल्ली जाता है. गोैरव चौरसिया ने यह बात अपने साथी शिवम चौरसिया जो कि रिश्ते का भाई लगता है को बतायी, शिवम चौरसिया क्योंकि कर्ज मे डूबा था. जिसे पैसों की जरूरत थी. शिवम चौरसिया ने अपने साथी सुमित बेन एवं कम्म उर्फ कमलेश को बतायी तथा योजना के अनुसार जयंती काम्पलैक्स में रैकी करते हुए राजकुमार तिवारी जब जयंती काम्पलैक्स स्थित दुकानदारों से रूपये कलेक्ट कर बैग में रखकर निकला तो गौरव जो कि जयंती काम्पलैक्स में था ने राजकुमार के पैसा लेकर निकलने की जानकारी अपने साथियों को दी. तो एक एक्सिस पर कमलेश एवं अंशु तथा दूसरे एक्सिस पर शिवम एवं सुमित , मोटर सायकिल से जा रहे राजकुमार तिवारी का पीछा करने लगे. कमलेश एवं अंशु राजकुमार के ठीक पीछे चल रहे थे. मौका मिलते ही अमखेरा रोड में कन्हैया डेरी के पास हैण्डिल में टंगा बैग छीनकर कमलेश एवं अंशु भागते हुये खजरी खिरिया होते हुये बेलखाडू पहुंचे. जहॉ शिवम एवं सुमित भी पीछे पीछे पहुंच गये. बेलखाडू से चारों मझोली क्षेत्र के जंगल में पहुंचे जहॉ चारों ने आपस मे छीने हुये रूपये बांट लिये थे.
पूछताछ करते हुये आरोपियों की निशादेही पर पकड़े गये लुटेरों से छीने हुये 20 लाख रूपये एवं घटना में प्रयुक्त एक बिना नम्बर की एक्सिस स्कूटी, एवं एक एक्सिस क्रमंाक एमपी 20 एसएस 9423 तथा 4 मोबाईल एवं 1 काला बैग जप्त किये गये. चारों आरोपियों को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर पूछताछ हेतु चारों को 3 दिन के पुलिस रिमाण्ड में लिया गया है.एक अन्य आरोपी गौरव चौरसिया जो फरार था. जिसे भी सरगर्मी से तलाश करते हुये आज 11 जून की शाम को विजय नगर क्षेत्र से पकडा गया है. जिसने पूछताछ पर लगभग 3 लाख रूपये छिपाकर रखना बताया है. जिसकी बरामदगी हेतु टीम रवाना है.
आईजी ने टीम को किया पुरस्कृत
लुटेरों को घेराबंदी कर चंद घंटों में पकडऩे पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के नेतृत्व में जबलपुर जिले मे पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों तथा थानों में पदस्थ अधिकारी/कर्मचारियों एवं क्राईम ब्रांच, सायबर सेल, की सराहनीय भूमिका रही.अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उमेश जोगा (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन, जबलपुर ने टीम को 25 हजार रूपये के नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में व्यापारी के साथ 24 लाख रुपए की लूट, दिन-दहाड़े हुई घटना से क्षेत्र में सनसनी
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