दिसपुर. असम में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि राज्य में पिछले 24 घंटे में बाढ़ और भूस्खलन से 8 और लोगों की मौत हो गई है. इसे मिलाकर अब तक राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 62 हो गई है.
बाढ़ और भूस्खलन से हुए अलग-अलग हादसों में आठ में से 2 लोग करीमगंज जिले में और 1 व्यक्ति हैलाकांडी जिले में भूस्खलन की वजह से जिंदा दब गया और मौके पर ही मौत हो गई. वहीं बाढ़ के पानी में डूबने से छह लोगों की जान चली गई. राज्य के 32 जिलों में 4,291 गांवों में 30 लाख से अधिक प्रभावित हुए हैं.
जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कई राहत शिविरों का दौरा किया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम सरमा को फोन कर राज्य में बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली. पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री को केंद्र से राज्य को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. सीएम इस बात की जानकरी खुद ट्वीट कर दी. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने उन्हें सुबह 6 बजे बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली और प्राकृतिक आपदा की वजह से लोगों को हो रही परेशानियों पर अपनी चिंता जताई.
इसी बीच सीएम सरमा ने राज्य के कामरूप जिले के रंगिया क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे फौरन संवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे लोगों को राहत शिविरों से निकालें. सीएम ने यह भी कहा कि सेना मदद के लिए हमेशा तैयार हैं वहीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान लगातार प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा रहे हैं.
वहीं राज्य के रोजई जिले में 113 बाढ़ प्रभावित लोगों को ले जा रही एक देसी नाव पलट गई, जिसकी वजह से एक महिला और चार साल के बच्चे की मौत हो गई. गुवाहाटी के कई इलाकों सहित कछार, करीमगंज, हैलाकांडी, गोलपारा, दक्षिण सलमारा, दीमा हसाओ और कामरूप जिलों के कुछ हिस्सों में भूस्खलन होने की खबर है.
असम के अलावा मेघालय और त्रिपुरा में भी बाढ़ ने हालात बिगाड़ दिए हैं. केंद्र सरकार मेघालय में बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए एक टीम भेजने जा रही है. बीते शुक्रवार को राज्य में बारिश और बाढ़ की वजह से 13 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य के मुख्यमंत्री कोनरॉड संगमा से बात की थी और बाढ़ की ताजा स्थिति के बारे में जानकारी दी. अमित शाह ने मुख्यमंत्री संगमा को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
रिपोर्ट के अनुसार त्रिपुरा में शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ के कारण दस हजार से अधिक लोग बेघर हो गए हैं. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की. वहीं मौसम विभाग ने 19 और 20 जून को मेघालय और असम में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-असम-मेघालय में बाढ़ में डूबे 1700 गांव, बुरी तरह अस्त-व्यस्त हुआ सामान्य जन-जीवन
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