नई दिल्ली. अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद बिहार में युवाओं के आंदोलन के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में युवाओं को राहत देने वाली घोषणा की है. गृह मंत्रालय ने कहा कि थल सेना, नौसेना और वायु सेना में विशेष अग्निपथ योजना के तहत अल्पकालिक अनुबंध पर भर्ती होने वाले अग्निवीर सैनिकों को चार साल पूरे करने पर, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और असम राइफल्स भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी. गृह मंत्रालय ने ये भी कहा कि अग्निपथ योजना से प्रशिक्षित युवा आगे भी देश की सेवा और सुरक्षा में अपना योगदान दे पायेंगे. साथ ही इस निर्णय पर विस्तृत योजना बनाने का काम शुरू हो गया है.
यह है अग्निपथ योजना
मंगलवार को सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की घोषणा की थी. इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी. योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें अग्निवीर नाम दिया जाएगा. चार साल पूरे होने पर इनमें से 25 फीसदी को सेना में आगे की सेवा के लिए रख लिया जाएगा, जबकि बाकियों को बाहर रोजगार तलाशना होगा. वैसे अभी ये शुरुआती चरण में है और उम्मीद की जा रही है कि सरकार बाकी प्रशिक्षित अग्निवीरों को भी अर्धसैनिक बलों या अन्य सुरक्षा संबंधी संगठनों में प्राथमिकता के आधार पर शामिल करने का प्रयास करेगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
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