चंडीगढ़: पंजाब स्टेट विजिलेंस ने बड़ी कार्रवाई की है. आईएएस अधिकारी संजय पोपली और उनके सहयोगी एक सरकारी अधिकारी को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. आईएएस संजय पोपली पर कांग्रेस की पिछली सरकार के दौरान ठेका देने में कमीशन मांगने का आरोप है. सतर्कता अधिकारियों ने दावा है कि पोपली को साढ़े तीन लाख का भुगतान किया जा चुका था. बाकी के साढ़े तीन लाख देने के लिए वह दवाब डाल रहे थे.
एफआईआर के अनुसार, पोपली ने कथित तौर पर कांग्रेस शासन के दौरान नवांशहर में 7.5 करोड़ रुपये की सीवरेज परियोजना के ठेकेदार से एक प्रतिशत कमीशन की मांग की थी. उस समय संजय पोपली वाटर एंड सीवरेज बोर्ड के सीईओ थे. ठेकेदार ने 12 जनवरी को आईएएस अधिकारी के सचिव के रूप में तैनात अधीक्षक स्तर के अधिकारी संजीव वत्स के माध्यम से 3.5 लाख रुपये का भुगतान किया था. ठेकेदार ने इसका वीडियो रिकॉर्ड किया था.
हेल्पलाइन पर की थी शिकायत
सतर्कता अधिकारियों ने दावा किया कि पोपली ठेकेदार से शेष 3.5 लाख रुपये की मांग कर रहे थे. ठेकेदार ने इसके भी फोन कॉल रिकॉर्ड कर लिए. तंग आकर उसने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी. इसके बाद विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ धारा 7,7ए और 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई. विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए आईएएस संजय पोपली को चंडीगढ़ में सेक्टर 20 स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया. सह आरोपी संजीव वत्स को जालंधर से गिरफ्तार किया गया है.
एक पूर्व मंत्री पहले से जेल में
आम आदमी पार्टी सरकार ने सत्ता में आने के बाद भ्रष्टाचार के महिम छेड़ रखी है. कांग्रेस की कैप्टन सरकार के दौरान वन मंत्री रहे साधू सिंह धर्मसोत भ्रष्टाचार के आरोप में न्यायिक हिरासत के तहत जेल में हैं. पूर्व मंत्री संगत सिंह खिलाफ भी भ्रष्टाचार के मामले में एफआई दर्ज है और जांच चल रही है. इसके अलावा, विजिलेंस विभाग ठेकदारों की शिकायत पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में हुए 2000 करोड़ रुपए के कथित टेंडर घोटाले में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की भूमिका की भी जांच कर रही है. पूर्व मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा भी सरकारी भूमि बेचने के मामले में जांच के दायरे में हैं. इसके अलावा सीएम भगवंत मान ने अब तीन-चार पूर्व मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कहकर कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अमित शाह के फैसले के विरोध में उतरे भगवंत मान: चंडीगढ़ पर बताया पंजाब का हक
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