दिल्ली. जॉर्डन के अकाबा बंदरगाह में एक जहाज पर क्लोरीन टैंक लोड करते समय जहाज पर गिर जाने से उसमें विस्फोट हो गया, जिससे जहरीले पीले रंग का फैलने से 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 250 से अधिक लोग घायल हो गए.
घटना के सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट देखा जा सकता है कि कंटेनर हवा में उछाला गया और फिर अचानक जहाज पर गिर गया और विस्फोट हो गया. चमकीली पीली गैस का एक बड़ा बादल पूरे मैदान में फैला हुआ दिखाई देता है. जहरीले गैस से बचने के लिए डॉक वर्कर भी भागते नजर आ रहे हैं. सरकार के संकट प्रकोष्ठ ने एक बयान में कहा कि आज दोपहर ठीक 15:15 बजे, अकाबा के बंदरगाह में इस पदार्थ से युक्त एक टैंक के गिरने और विस्फोट के परिणामस्वरूप क्लोरीन गैस का रिसाव हुआ.
सरकारी मीडिया के हवाले से बताया गया कि 199 घायलों का इलाज अस्पतालों में रासायनिक जोखिम के लिए किया जा रहा था. कुछ की हालत गंभीर है. घटना के बाद अधिकारियों ने अकाबा शहर के निवासियों को अंदर रहने और खिड़कियां और दरवाजे बंद करने की सलाह दी. एहतियात के तौर पर अकाबा के दक्षिणी समुद्र तट को भी खाली करा लिया गया है. इसके अलावा नागरिक सुरक्षा विभाग ने रिसाव और सफाई अभियान से निपटने के लिए विशेषज्ञ टीमों को बंदरगाह पर भेजा.
जॉर्डन के प्रधानमंत्री बिशर अल-खासावनेह ने भी अकाबा के लिए उड़ान भरी. उन्होंने आंतरिक मंत्री माज़ेन फराया को घटना की जांच की निगरानी करने का आदेश दिया. अकाबा के बंदरगाह के उप निदेशक ने बताया कि कंटेनर को ले जा रही एक लोहे की रस्सी उस समय टूट गई जब इसे एक जहाज पर लादा जा रहा था. उन्होंने बताया कि कंटेनर 25 से 30 टन क्लोरीन से भरा हुआ था और जिबूती को निर्यात किया जा रहा था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अमेरिका के मिसौरी में ट्रक से टकराने के बाद पटरी से उतरी एमट्रैक टे्रन, कई लोगों की मौत
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