हिंदू धर्म के अनुसार, एक साल में चार नवरात्रि होती है, लेकिन आम लोग केवल दो नवरात्रि (चैत्र व शारदीय नवरात्रि) के बारे में ही जानते हैं. इनके अलावा आषाढ़ तथा माघ मास में भी नवरात्रि का पर्व आता है, जिसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं
*जिन माताओं बहनों को दुःख और कष्ट ज्यादा सताते हैं, वे नवरात्रि के प्रथम दिन (देवी-स्थापना के दिन) दिया जलायें और कुम-कुम से अशोक वृक्ष की पूजा करें ,पूजा करते समय निम्न मंत्र बोलें :
अशोक शोक शमनो भव सर्वत्र नः कुले
*भविष्योत्तर पुराण के अनुसार नवरात्रि के प्रथम दिन इस तरह पूजा करने से माताओ बहनों के कष्टों का जल्दी निवारण होता है l
* देवी दुर्गा के नौ रूप हैं, जिनकी नवरात्रि में पूजा-अर्चना की जाती है.
* प्रथम स्वरूप- देवी शैलपुत्री हैं, जिनकी नवरात्रि के पहले दिन पूजा-अर्चना की जाती है.
* पर्वतराज हिमालय पुत्री स्वरूप होने के कारण इन्हें माता शैलपुत्री पुकारा जाता है.
* वृषभ-स्थिता माता शैलपुत्री के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है.
* ओम देवी शैलपुत्रीयै नम: ...मंत्र के साथ देवी को प्रिय चमेली का फूल अर्पित करें, देवी जीवन के अंधकार को दूर कर जीवन में सफलता के लिए प्रकाश प्रदान करेंगी.
* मन के कारक चन्द्रदेव की प्रसन्नता और मानसिक शांति के लिए नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करें.
* वैसे तो नवरात्रि के व्रत-पूजन से जीवन में सुख-समृद्धि-सफलता आती है लेकिन कर्क राशि के जो श्रद्धालु यदि सभी दिन व्रत नहीं कर सकें तो उन्हें नवरात्रि के पहले दिन का व्रत रख कर जीवन में सुख-समृद्धि-सफलता के लिए देवी शैलपुत्री की आराधना करनी चाहिए.
* नवरात्रि पर पूजा-अर्चना-घटस्थापना अपने क्षेत्र के धर्मगुरु के निर्देशानुसार करें.
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- आय में बढ़ोत्तरी हो सकती हैं. जीवनसाथी आपको खुश करने की कोशिश करेगा. कार्यक्षेत्र पर कुछ समस्याएं हो सकती हैं. किसी के साथ बाहर घूमने जा सकते हैं. घर में बदलाव की सोच रहे हैं.
वृष राशि:- धन लाभ के योग बन रहे हैं. सीनियर्स की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करें. सेहत को लेकर सतर्क रहें. शहर से बाहर यात्रा पर जाते समय सतर्क रहें.प्रॉप्रर्टी में निवेश करना लाभदायक सिद्ध होगा.
मिथुन राशि:- आर्थिक स्थिति में सुधार की कोशिश करेंगे. सेहत में सुधार होगा. कोई दोस्त या रिश्तेदार आपसे मिलने आ सकता है. किसी प्रॉप्रर्टी की समस्या कानूनी रुप ले सकती है. पढ़ाई में किसी की मदद लेना लाभदायक रहेगा.
कर्क राशि:- विदेश में हुई पार्टनरशिप से लाभ होगा. परिवार के साथ समय बिताकर अच्छा महसूस करेंगे. कोई प्रॉप्रर्टी आपके नाम हो सकती है.पढ़ाई में सफलता मिलेगी. प्रेम संबंधों के लिहाज़ से दिन अच्छा रहेगा.
सिंह राशि:- किसी को दिया गया उधार वापिस मिलेगा. करियर में तरक्की के योग हैं. परिवार के किसी सदस्य का साथ मिलेगा. बजट के मुताबिक रहने की जगह ढूंढ़ने में कामियाब होंगे.
कन्या राशि:- आय संबंधित नए स्त्रोत खुलेंगे. सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं. करियर के लिए दिन सफलताभरा रहेगा. परिवार में कुछ समस्याएं हो सकती हैं. किसी को आकर्षित करने का मौका मिल सकता है.
तुला राशि:- आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी. नौकरी तलाश रहे लोगों को सफलता मिल सकती है. सेहत को नजरअंदाज़ ना करें. परिवार का कोई बड़ा सदस्य बीमार हो सकता है.
वृश्चिक राशि:- ऑफिस में रोमांस से दूर रहें. दोस्तों के साथ बाहर घूमने का प्लान बना सकते हैं. किसी प्रॉप्रर्टी को अच्छे दाम पर खरीद सकते हैं. पढ़ाई में चीज़ें आपके पक्ष में रहेगी. अपने साथ का दिन का आनंद उठाएंगे.
धनु राशि:- सोच-समझकर ही चीज़ों पर खर्च करें. सेहत को लेकर जागरुक रहेंगे. करियर के लिए दिन अच्छा रहेगा. परिवार के सदस्य आपकी सरहाना करेंगे.
मकर राशि:- आय के नए स्त्रोत खुलेंगे. कार्यक्षेत्र पर नया सहयोगी आपकी मदद करेगा. सेहत में सुधार होगा. जीवनसाथी के साथ समस्याएं हो सकती हैं. प्रॉप्रर्टी की लीज़ बढ़ाने की सोच सकते हैं.
कुम्भ राशि:- अतिरिक्त खर्च करने से बचें. कार्यक्षेत्र पर सहयोगियों का साथ नहीं मिलेगा. सेहत में सुधार होगा. परिवार में शांति और खुशहाली का माहौल रहेगा. प्रॉप्रर्टी संबंधित कामों के लिए दिन अच्छा है.
मीन राशि:- किसी पर पैसा खर्च कर सकते हैं. सेहत को लेकर नियमित व्यायाम करते रहें. कार्यक्षेत्र पर अपने सहयोगियों पर नज़र रखें. जीवनसाथी के साथ समस्या हो सकती है. प्रॉप्रर्टी के लिए ग्राहक मिल सकता है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- गुरुवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ पहला- अमृत
दूसरा- रोग दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग तीसरा- रोग
चौथा- चर चौथा- काल
पांचवां- लाभ पांचवां- लाभ
छठा- अमृत छठा- उद्वेग
सातवां- काल सातवां- शुभ
आठवां- शुभ आठवां- अमृत
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- पंचांग-
गुरुवार, 30 जून 2022
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि घटस्थापना पूजन
चन्द्र दर्शन
शक सम्वत1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते16
मास आषाढ
दिन काल13:56:50
तिथि प्रतिपदा - 10:50:20 तक
नक्षत्र पुनर्वसु - 25:07:11 तक
करण बव - 10:50:20 तक, बालव - 24:01:36 तक
पक्ष शुक्ल
योग घ्रुव - 09:50:08 तक
सूर्योदय 05:26:09
सूर्यास्त 19:22:59
चन्द्र राशि मिथुन - 18:23:14 तक
चन्द्रोदय 06:06:59
चन्द्रास्त 20:38:59
ऋतु वर्षा
अभिजित मुहूर्त 11:47 ए एम से 12:41 पी एम
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल दक्षिण
चन्द्र वास पश्चिम - 06:23 पी एम तक
उत्तर - 06:23 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास दक्षिण
हरे कृष्ण हरे राम महामन्त्र लेखन पुस्तिका का पूजन, जाप से पाप क्लेश समापन: स्वामी नरसिंह दास
शनि जन्मोत्सव पर 30 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
गंगा सप्तमी: घर की उत्तर दिशा में करें पूजन, मां गंगा करेंगी हर पाप का नाश
Leave a Reply