उदयपुर. उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के चारों आरोपियों को शनिवार दोपहर डेढ़ बजे जयपुर हृढ्ढ्र कोर्ट में पेश किया गया. यहां वकीलों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग करते हुए नारेबाजी की और आरोपियों के साथ जमकर मारपीट की. वकीलों ने आरोपियों के कपड़े फाड़ दिए. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने बीच-बचाव करते हुए उन्हें कोर्ट रूम ले गई.
कोर्ट ने नेशनल इन्विस्टगेशन एजेंसी (एनआईए) को हत्यारों को 12 जुलाई तक 10 दिन की रिमांड पर सौंप दिया है. तालिबानी हत्याकांड के मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को कड़ी सुरक्षा के बीच अजमेर से सुबह जयपुर लेकर पहुंची थी. दोनों यहां की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद थे. दो अन्य आरोपी मोहसिन और आसिफ हैं. ये दोनों भी टेलर कन्हैया के मर्डर की साजिश में शामिल बताए जाते हैं.
वहीं, जयपुर में प्रशासन ने नेटबंदी को 3 जुलाई शाम तक के लिए बढ़ा दिया है. हालांकि, प्रदेश के 18 जिलों में इंटरनेट शुरू कर दिया गया है. उधर, पांचवें दिन शनिवार को प्रशासन ने उदयपुर में कर्फ्यू में 4 घंटे की ढील देने का ऐलान किया है. जिला मजिस्ट्रेट ताराचंद मीणा के आदेश के मुताबिक दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक छूट रही. ऐसे में वे अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बाहर निकले.
शहर में 1 जुलाई को जगन्नाथ रथयात्रा शांतिपूर्ण तरीके से निकलने के बाद ऐसी उम्मीद थी कि शनिवार से कर्फ्यू में ढील मिल सकती है. हालांकि, इंटरनेट रविवार तक बंद रहेगा. इस हत्याकांड के विरोध में शनिवार को भी राजस्थान के 5 जिलों में बंद का ऐलान किया गया है.
वहीं, जांच एजेंसियां शनिवार को भी गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार से जुड़े कई एंगल पर जांच-पड़ताल करने में जुटी हुई हैं. साथ ही शनिवार को गिरफ्तार किए गए इन दोनों के सहयोगी मोहसिन और आसिफ से भी पूछताछ हो सकती है. पुलिस के मुताबिक, इन दोनों युवकों का भी कन्हैयालाल की हत्या के षड्यंत्र में हाथ था.
हत्याकांड के विरोध में ये शहर बंद
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर शनिवार को कई शहरों में बाजार बंद रहा. कोटा में हिंदू संगठनों की ओर से बंद बुलाया था. इसको स्थानीय व्यापारियों ने समर्थन दिया है. अलवर में व्यापार संघ ने बंद बुलाया है. भरतपुर में सर्व समाज और हिंदू संगठनों ने बंद बुलाया है. करौली शहर भी आज बंद रहा. बंद का आह्वान व्यापारिक और हिंदू संगठनों ने किया था. श्रीगंगानगर में शनिवार को आधे दिन सुबह 9 से 1 बजे तक मार्केट बंद रहा.
एनआईए उदयपुर से समेट सकती है जांच
माना जा रहा है कि इस मामले में एनआईए अपनी जांच सीमित कर सकती है. एजेंसी ने स्थानीय स्तर पर काफी जांच कर ली है. साथ ही इंटरनेशनल एंगल और कट्टरपंथियों से जुड़े अपराधियों के कनेक्शन को लेकर अब एनआईए अपनी जांच दिल्ली या अन्य जगहों से कर सकती है. वहीं, राजस्थान पुलिस की एटीएस और एसआईटी एजेंसियां अपनी जांच जारी रखेंगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-उदयपुर मर्डर केस: कन्हैयालाल के परिजनों को मिलेगा 31 लाख का मुआवजा और दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी
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