सूर्य शुक्र की युति को लेकर काफ़ी कुछ भ्रंतियाँ है .सूर्य ऊर्जा ,सम्मान का प्रतीक तो वही शुक्र भोग ,विलासिता, भौतिक सुखों का मालिक . अगर सूर्य शुक्र की युति होती है तो दोनों एक दूसरे के विरोध में आ जाते है.
शुक्र ग्रह लव, ब्यूटी और क्रिएटिविटी प्रदान करने के लिए जाना जाता है.
जबकि सूर्य को पिता ,ईगो, आत्मा,मान- सम्मान,सत्ता और अधिकार का कारक ग्रह माना गया है.
यदि ये दोनों एक ही भाव में विराजमान होते है, तो इसका प्रभाव जीवन के कई क्षेत्रों पर पड़ सकता है.
यह उन लोगों के लिए एक आदर्श मिलन हो सकता है. जो अपने व्यक्तित्व को शार्प करना चाहते हैं. वहीं दूसरी ओर इस युति की वजह से अपनों के साथ मधुर संबंध बनाए रखने के लिए आपको संघर्ष करना पड़ सकता है.
सूर्य और शुक्र की युति एक साथ होने से व्यक्ति में आपसी समझ नहीं होगी, जिसकी वजह यह है की दोनों ग्रह एक दुसरे के प्रति शत्रुता की भावना रखते हैं.
इस युति की वजह से जातक के जीवन में हर क्षेत्र में उतार-चढ़ाव होना सामान्य बात हो सकती हैं.
इन दोनों की युति में शुक्र की तुलना में सूर्य अधिक प्रभावी होगा, इसलिए रिश्ते में ईगो या फिर कोई ओर परेशानी रह सकती है.
सूर्य के साथ शुक्र की उपस्थिति सुनिश्चित करेगी, कि आप कम या ज्यादा समय में जीवन की चुनौतियों पर जीत जरूर हासिल कर लेंगे. शुक्र और सूर्य की युति आपको सिखाएगी कि आपको अपने दोस्तों और पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए अपने अहंकार को अलग रखना चाहिए.
नकारात्मक रूप से, सूर्य और शुक्र की यह युति आपके वैवाहिक जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है. जीवनसाथी के साथ आपका समय असंतुष्ट हो सकता है.
सूर्य और शुक्र के बीच की यह युति आपको एक सहज दृष्टिकोण विकसित करने में मदद कर सकती है. यदि आप किसी भी वजह से अपने संबंधों को नुकसान पहुंचाते हैं, तो आपको समझ आता है, की आप क्या खो रहे हैं.
जब आपको समझ आता है, की आपने किन रिश्तों को खोया है, तो आप उन्हें सुधारने के लिए दिल से प्रयास करना शुरू कर देते हैं.
हालांकि कुंडली में सूर्य और शुक्र की स्थिति और डिग्री किस प्रकार की है, उस पर रिजल्ट निर्भर करता है. यदि दोनों ग्रहों की डिग्री में ज्यादा अंतर नहीं है, तो यह वैवाहिक जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है.
इसका एक फायदा यह है की इस युति की वजह से आपको अपनी फाइनेंसियल स्टेटस को मजबूत करने के नए तरीके मिल सकते हैं. आपको प्रोफेशनल लाइफ में स्टेबल इनकम हो सकती है.
सूर्य शुक्र की युति से विवाह में विलंब होता है क्योंकि शुक्र सृजन करता है और सूर्य के ताप से वह कमजोर हो जाता है
इस योग वाले जातक को शारिरिक कमजोरी, शुक्राणुओं की कमी, पाचन तंत्र की कमी और यूरिनरी प्रोब्लम किडनी समस्या ,शुगर की समस्या आ सकती हैं.
चारित्रिक दोष जब शुक्र सूर्य की युति होती है तो यह योग चरित्र को गिरता है उसका चरित्र और गिर जाता है क्योंकि राहु भी इस योग के कारण खराब हो जाता है .
धन की समस्या जब सूर्य शुक्र की युति होती है तो यश और धन की कमी कर देता है. हालांकि जातक सेल्फमेड हो जाता है.
ऐसे जातक को दुर्गा जी की आराधना करनी चाहिए.क्योंकि इससे शुक्र ,बुध ,राहु ,बृहस्पति ठीक हो जाते हैं.यदि ऐसे लोग रोज श्री दुर्गा जी की आराधना करें तो इस जातक के लोगों को धन यश सबकुछ मिलता है.
मतलब प्रेम के देवता शुक्र, सूर्य के हानिकारक प्रभावों को कम कर सकते हैं, और आप इस युति से अच्छे परिणाम की उम्मीद कर सकते हैं.
शक्ति उपासक---आचार्य पटवाल
Shakti-Upasak Acharya Patwal
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