कुंडली में दो ग्रहों की युति का आपके ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है!

कुंडली में दो ग्रहों की युति का आपके ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है!

प्रेषित समय :20:02:36 PM / Mon, May 23rd, 2022

 दो ग्रह जब एक ही राशि में हों तो इसे ग्रहों की युति कहा जाता है. किसी राशि पर ग्रहों का प्रभाव उसके घर में उपस्थित एक ग्रह और अन्य ग्रहों की युति पर निर्भर करता है. युति का असर लोगों की ज़िंदगी पर शुभ और अशुभ दोनों प्रकार से पड़ता है. अगर जातक की लाइफ पर इसका असर शुभ पड़ता है तो उसकी लाइफ की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं और वो खुशहाल ज़िंदगी जीते हैं, वहीं जिन लोगों के ऊपर इसका अशुभ प्रभाव पड़ता है वो लोग बहुत परेशान रहते हैं.

मंगल-बुध
यह युति कुंडली में हो तो जातक शिल्पकला व औषधियों का ज्ञाता और शास्त्रज्ञ होता है. अगर ये युति केंद्र में हो तो जातक धनी व सुखी होता है.

मंगल-गुरु
जिस जातक की कंडली में ये युति होती है वो जातक विद्वान होता है. शास्त्रों में दक्ष और गुणवान भी होता है.

मंगल-शक्र
ये युति अगर कुंडली में हो तो जातक कामी होता है. दशा अन्तर्दशा में जातक में कामवासना इतनी बढ़ जाती है कि वो बलात्कार तक कर बैठता है, लेकिन ये अपने व्यापार में अपार सफलता प्राप्त करता है. ये युति जातक को विमान चालक भी बनाती है.

मंगल-शनि
ये युति जातक की कमर में दर्द उत्पन्न करती है. अत्यधिक क्रोध को उत्पन्न करती है. ऐसे लोग निगुणी, धुर्त व कपटी होते हैं. ढोंग व दिखावे की वजह से दूसरो के विश्वास पात्र नहीं बन पाते और कलह प्रिय होते हैं.

बुध-गुरु
ये युति हो तो जातक बुद्धिमान व ज्ञानी होता है. शास्त्रज्ञ व वक्ता होता है. सद्गुणी व प्रसिद्धि प्राप्त करता है. जातक वक्ता, पंडित, कवि,संशोधक व प्रसिद्ध होता है.

बुध-शुक्र
इस युति में जातक हमेशा सुखी जीवन जीता है. अच्छी ज़िंदगी व्यतीत करता है. हास्य व विनोद प्रिय होता है.

बुध-शनि
ये युति जातक को सभा में अच्छा व्याख्याता बनाता है. जातक कवि या कलाकार होता है. अपने परिश्रम से जातक उच्च पद प्राप्त करता है.

Khushi Soni Verma

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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