एमपी के जबलपुर में 21वें महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू ने ली शपथ, नर्मदा में मिल रहे गंदे नाला को रोकने फाइल भी साइन की

एमपी के जबलपुर में 21वें महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू ने ली शपथ, नर्मदा में मिल रहे गंदे नाला को रोकने फाइल भी साइन की

प्रेषित समय :18:18:48 PM / Sun, Aug 7th, 2022

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित वेटनरी कालेज ग्राउंड में आयोजित भव्य कार्यकम में नगर निगम के 21वें महापौर के रुप में जगत बहादुरसिंह अन्नू ने परम्परागत गाउन व हार पहनकर शपथ ली, वहीं नवनिर्वाचित कांग्रेस व निर्दलीय पार्षदों ने भी शपथ ली. महापौर व नवनिर्वाचित पार्षदों को कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी इलैयाराजा टी ने शपथ दिलाई, कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मंत्री व विधायक लखन घनघोरिया, तरुण भनोट, विधायक संजय यादव, पूर्व नगर अध्यक्ष दिनेश यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेता व कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे. महापौर की शपथ लेने के तत्काल बाद ही जगतबहादुरसिंह अन्नू ने नर्मदा में मिल रहे गंदे नाला के पानी को रोकने की फाइल भी साइन की.

                              बताया जाता है कि नवनिर्वाचित महापौर जगतबहादुरसिंह अन्नू मंच पर पहुंचते ही कुछ क्षण के लिए भाव विभोर हो गए और उन्होने मंच पर माथा टेकते हुए प्रणाम किया, उन्होने अपने भाषण की शुरुआत ही नर्मदा मैया के जयकारे के साथ ही, उन्होने कहा कि जबलपुर के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएगें, उन्होने इस बात पर खेद भी व्यक्त किया कि सभी नवनिर्वाचित पार्षद आज शपथ नहीं ले रहे है उनकी अपनी मजबूरी है लेकिन यह बात तय है कि हम सब मिलकर जबलपुर के विकास की गाथा को आगे बढ़ाएगें, महापौर अन्नू ने शपथ लेने के तत्काल बाद ही नर्मदा नदी में मिल रहे गंदे नाला के पानी को रोकने फाइल में हस्ताक्षर कर निगमायुक्त व कलेक्टर को सौंपा, उन्होने यह भी कहा कि आज मैं जबलपुर का पहला नागरिक बना हूं तो इसके पीछे जबलपुर की जनता का आर्शीवाद है जो हमेशा मेरी ताकत बनकर हर असंभव कार्य को पूरा करने में सहयोगी साबित होगा. महापौर की शपथ के बाद तीन समूहों में नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाई गई.

कमलनाथ ने कहा जबलपुर से मुझे बहुत लगाव है-

इस मौके पर पूर्व सीएम व पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने जगत बहादुरसिंह अन्नू को महापौर को विजय दिलाने पर जबलपुर की आवाम को धन्यवाद दिया, उन्होने कहा कि जबलपुर से मुझे बहुत लगाव है, यहां से मेरा पुराना नाता है, आज जितने भी लोग यहां है अधिकांश तो उस वक्त पैदा भी नहीं हुए थे तब से मेरा जबलपुर आना-जाना रहा हैं, इसलिए मैने कांग्रेस की सरकार बनते ही तिजोरी की चाबी जबलपुर के विधायक तरुण भनोट को सौंप दी थी. उन्होने कहा कि वर्ष 2018 में उनकी सरकार ने जबलपुर में कैबिनेट की पहली बैठक की, जिसमें जबलपुर के लिए करोंड़ों रुपए के विकास कार्यो को मंजूरी दी गई, लेकिन मौजूदा सरकार ने उन सभी कार्याे को रोक दिया, जैसे ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पुन: आएगी तो रुके हुए सभी काम फिर से शुरु कराए जाएगें.

शपथ ग्रहण समारोह में ऐसा भी हुआ-

नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाने के बाद एक निर्दलीय पार्षद से पहुंचे, जिन्हे आखिरी में कलेक्टर इलैयाराजा टी ने शपथ दिलाई, निर्दलीय पार्ष शपथ ठीक से नहीं पढ़ पाए कई शब्दों में वे अटके, कई शब्द गलत भी पढ़ लिए, इसके बाद महापौर अन्नू ने मदद की, नवनिर्वाचित पार्षद का कहना था कि उनका शपथ पत्र का पेज ग्राउंड में पानी में गिर गया था जिसके कारण पेज गीला हो गया था. निर्दलीय पार्षद पहली बार चुनाव जीते है उन्होने 56 वोट से जीत हासिल की है.

औवेसी जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए-

शपथ ग्रहण समारोह मेें मंच से ओवैसी जिंदाबाद के नारे भी लगाए, जिससे मंचासीन अतिथि भी हैरान हो गए हालांकि कार्यक्रम तो विधिवत चलता रहा, यहां तक के कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई दो हजार कुर्सिया भी कम पड़ गई, जिसके कारण अव्यवस्थाएं भी हुई थी. मीडिया के लिए लगाई गई कुर्सियों पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कब्जा कर लिया, जिसके चलते मीडिया कर्मियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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