न्यूयॉर्क. संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रस्ताव पर चीन ने पाकिस्तान के खूंखार आतंकी का समर्थन करते हुए फिर से अड़ंगा लगा दिया है. चीन ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर अब्दुल रऊफ अजहर को संयुक्त राष्ट्र नामित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने पर रोक लगा दी. भारत और अमेरिका ने अजहर की सूची का प्रस्ताव रखा था. यह आतंकी 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट के अपहरण में शामिल था.
भारत-अमेरिका ने दो हफ्ते पहले अब्दुल रऊफ अजहर को आतंकियों की लिस्ट में सूचीबद्ध किए जाने का प्रस्ताव दिया था. अब्दुल रऊफ अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर का छोटा भाई है और भारत के सबसे वांछित आतंकियों में से एक है. हालांकि इस प्रस्ताव से 14 अन्य सदस्य देश सहमत थे कि लेकिन अकेला चीन ही इस प्रस्ताव के विरोध में खड़ा था.
इस घटनाक्रम के बाद भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन को बिना किसी औचित्य के लिस्टिंग अनुरोधों पर रोक लगाने की आदत पर फटकार लगाई है. यूएन में भारतीय राजदूत रुचिरा कंबोज ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए. क्योंकि ये बेहद खेदजनक है कि दुनिया के कुछ सबसे कुख्यात आतंकवादियों के खिलाफ ठोस सबूत के बावजूद इन प्रस्तावों को रोका जा रहा है.
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब चीन ने ऐसा कदम उठाया है, इससे पहले भी बीजिंग ने यूएन में पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ भारत द्वारा लाए गए कई प्रस्तावों को वीटो पावर से रोक दिया है. इस साल यह दूसरी बार है जब चीन ने पाकिस्तान स्थित एक आतंकवादी को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने पर चीन ने रोक लगा दी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की मांग, नए स्थायी सदस्यों को भी दिया जाए वीटो का अधिकार
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