नज़रिया. पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर थे, जाहिर है, इसका मकसद गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं!
गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे क्या होंगे, यह हर कोई जानना चाहता है, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदला बदला सा नजर आ रहा है?
पिछले चुनाव और इस चुनाव के बीच में तीन बड़े बदलाव हुए हैं
एक- महंगाई, बेरोजगारी आदि के कारण जनता का पीएम मोदी के प्रति मोहभंग हुआ है.
दो- लंबे समय से बीजेपी में एकतरफा फैसले किए जा रहे हैं, जिसके कारण गुटबाजी और असंतोष बढ़ा है.
तीन- अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप ने एंट्री की है और आप बीजेपी के ही वोट पर फोकस है.
हालांकि, यह माना जा रहा है कि यह चुनाव बीजेपी जीत सकती है, लेकिन परिणाम चौकानेवाले भी आ सकते हैं?
यदि कांग्रेस अपना पिछला वोट बचा लेती है और आम आदमी पार्टी, बीजेपी के वोट बैंक को झटका देती है, तो नतीजे उलट भी सकते हैं!
पल-पल इंडिया (4/4/2022) में लिखा था.... गुजरात में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जहां पर पिछले 25 साल से बीजेपी की सरकार है.
वैसे तो यहां कांग्रेस-बीजेपी में मुकाबला होता आया है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी भी सक्रिय हुई है, इसलिए चुनाव दिलचस्प हो गया है.
अब यहां तीन तरह के नतीजे संभव हैं....
एक- आप, बीजेपी के ज्यादा वोट तोड़ ले जाए, तो कांग्रेस की सरकार बन सकती है!
दो- आप, कांग्रेस के ज्यादा वोट ले जाए, तो बीजेपी की सरकार फिर से बन सकती है!
तीन- पंजाब की तरह कोई सियासी करिश्मा हो जाता है, तो आप की सरकार बन सकती है?
पल-पल इंडिया (3/4/2022) में.... गुजरात में कांग्रेस को बीजेपी से नहीं, आप से सियासी खतरा ज्यादा है? विश्लेषण में लिखा था...
गुजरात के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, सियासी हलचलें बढ़ती जा रही हैं, वहां बीजेपी सत्ता में है, लिहाजा कांग्रेस तो वहां पहले से ही सक्रिय है, परन्तु अब पंजाब की जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी भी गुजरात में सत्ता की संभावनाएं तलाश रही है?
गुजरात में अब तक कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही सियासी रस्साकशी चलती रही है, लिहाजा राजनीतिक जानकार यह सियासी हिसाब लगाने में व्यस्त हैं कि आप की गुजरात में पॉलिटिकल एंट्री से किसको नुकसान होगा और किसको फायदा होगा?
गुजरात के पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो बीजेपी बहुत अच्छी स्थिति में नहीं थी तथा ताजा पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर नजर डालें, तो भी बीजेपी पुराना राजनीतिक पराक्रम नहीं दिखा पाई है, मतलब- गुजरात में बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बज रही है!
इस बार चुनाव में बीजेपी से नाराज वोट कांग्रेस को मिल सकते हैं, जो कांग्रेस की जीत की संभावना बढ़ा सकते हैं, लेकिन आप की एंट्री ने सियासी समीकरण उलझा दिया है?
यदि इस बार आप गुजरात में वोटकटवा साबित हुई, तो बीजेपी कम वोट लेकर भी सत्ता में आ सकती है, अर्थात.... गुजरात में कांग्रेस को बीजेपी से नहीं, आप से सियासी खतरा ज्यादा है?
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