विपक्षी दल एक हों या नहीं हों, मोदी सरकार के लिए तो खतरे की घंटी बज रही है?

विपक्षी दल एक हों या नहीं हों, मोदी सरकार के लिए तो खतरे की घंटी बज रही है?

प्रेषित समय :08:44:28 AM / Wed, Sep 7th, 2022

प्रदीप द्विवेदी. यकीनन चुनाव गणित है, लिहाजा जब तक पिछले चुनावी नतीजों के आंकड़ों का विश्लेषण और इन वर्षों में आए बदलावों को ठीक से नहीं देखा जाता है, तब तक यह कहना मुश्किल है कि 2024 किसके लिए आसान रहेगा और किसके लिए कठिन?
कुछ तथ्यों पर ध्यान देने की जरूरत है....
1.
 बीजेपी की केवल 35 सीटें कम होते ही वह संसद में अकेले दम पर बहुमत से दूर हो जाएगी.
2. बीजेपी के बड़े सहयोगी दल तेजी से कम हुए हैं, बीजेपी के लिए सबसे बड़ी परेशानी यह है कि दक्षिण भारत से उसके लिए कुछ खास हासिल करने की संभावना नहीं है.
3. इस वक्त 250 से ज्यादा ऐसी सीटें हैं जिन पर कांग्रेस-बीजेपी में सीधा मुकाबला है, मतलब.... 250 सीटों पर तो फैसला कांग्रेस-बीजेपी के बीच होगा और जनता का बीजेपी से मोहभंग हो गया, तो सबसे ज्यादा फायदा कांग्रेस को ही होगा.
4. विभिन्न गैर-कांग्रेसी, गैर-भाजपाई दल अपने-अपने राज्यों में मजबूत जरूर हैं, लेकिन  ऐसे किसी दल के लिए 50 सीटें जीतना भी आसान नहीं है, अर्थात कांग्रेस-बीजेपी के अलावा किसी और दल का प्रधानमंत्री बनना बेहद मुश्किल है.
5. बीजेपी अपने दम पर बहुमत नहीं जुटा पाती है, तो उसके लिए सरकार बनाना इसलिए कठिन होगा कि ज्यादातर शेष दल बीजेपी के बजाए कांग्रेस के समर्थन में होंगे!
लिहाजा....
1. कितना ही प्रचार किया जाए, या तो कांग्रेस से या फिर बीजेपी से ही प्रधानमंत्री बनेगा, जुगाड़ के दम पर किसी और दल का पीएम बन भी जाए, तो ज्यादा समय तक नहीं रह पाएगा?
2. नीतीश कुमार, ममता बनर्जी आदि पीएम पद के लिए योग्य भले ही कहे जा रहे हों, लेकिन उनके लिए संख्याबल हासिल करना संभव नहीं है, इतना ही नहीं, अन्य नेताओं को ऐसे किसी एक नेता के नाम पर सहमत करना भी आसान नहीं है?
इसलिए....
यदि गैर-भाजपाई सरकार बनती है, तो राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने की संभावना सबसे ज्यादा है, जबकि बीजपी की सरकार बनी, तो योगी आदित्यनाथ या नरेंद्र मोदी के पीएम बनने का अनुमान है!
आजकल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 को लेकर गैर-भाजपाई एकता के लिए प्रयासरत हैं और यदि वे कामयाब रहे, तो तकरीबन 500 सीटों पर सीधा मुकाबला होगा और यदि एकता नहीं भी हो पाई, तब भी ज्यादातर सीटों पर सीधे मुकाबले जैसे ही हालात रहेंगे?
देखना दिलचस्प होगा कि 2024 के नतीजे कैसे आते हैं!

गोदी मीडिया के उल्टे सियासी तीर राहुल गांधी के बजाए नरेंद्र मोदी का नुकसान कर देंगे?
https://palpalindia.com/2022/08/22/politics-godi-media-ulte-siyasi-teer-modi-loss-instead-of-Rahul-Gandhi-Prime-Minister-contender-Nitish-Mamta-Banerjee-Kejriwal-news-in-hindi.html
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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