जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय में क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी) की 18 वीं बैठक पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में बुधवार 21 सितम्बर को सम्पन्न हुई. इस बैठक में जेडआरयूसीसी के सदस्यगण सहित अपर महाप्रबंधक शोभन चौधुरी एवं प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे. इस अवसर पर महाप्रबंधक ने पश्चिम मध्य रेल की उपलब्धियों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि पिछले वर्षों की भाँति इस वर्ष भी पश्चिम मध्य रेल की परफार्मेन्स अच्छी रही है. वहीं जेडआरयूसीसी सदस्यों ने यात्रियों की समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए जबलपुर-रायपुर, सागर से पुणे नई ट्रेन, रीवा-सीएसएमटी ट्रेन के फेरे बढ़ाने सहित तमाम मांगें रखीं.
इस मौके पर महाप्रबंधक पश्चिम मध्य रेल सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि भारतीय रेल का एक महत्वपूर्ण रेलवे जोन है. पमरे का रूट किमी. 3024 है, जो कि तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आता है. इसका सबसे अधिक 73 प्रतिशत भाग मध्य प्रदेश में, 25 प्रतिशत राजस्थान में तथा 2 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में आता है. महाप्रबंधक ने वर्ष 2021-22 के दौरान पश्चिम मध्य रेल द्वारा प्राप्त की गई कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय रेल के परिचालन अनुपात में पश्चिम मध्य रेल ने हमेशा बेहतर प्रदर्शन किया है. वर्ष 2021-22 में पमरे का परिचालन अनुपात 72 प्रतिशत रहा है तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में अगस्त माह तक इसे और बेहतर बनाते हुए पमरे का परिचालन अनुपात 69.49 प्रतिशत है. साथ ही पश्चिम मध्य रेल ने वर्ष 2020-21 में 4676 करोड़ तथा वर्ष 2021-22 में 5809 करोड़ रुपये की ओरिजनेटिंग आय अर्जित की है. वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में अगस्त माह तक अच्छा प्रदर्शन करते हुए पमरे ने 3148 करोड़ रुपये की ओरिजनेटिंग आय अर्जित कर ली है.
अधोसंरचना के क्षेत्र में पश्चिम मध्य रेल ने वर्ष 2020-21 में 97 किमी. दोहरीकरण/तिहरीकरण एवं नई लाइन तथा अपना सर्वोच्च प्रदर्शन करते हुए वर्ष 2021-22 में 166 किमी. दोहरीकरण एवं तिहरीकरण के कार्य संपन्न किए हैं और वर्ष 2022-23 में अगस्त माह तक 54 किमी. का दोहरीकरण एवं तिहरीकरण किया जा चुका है.
इसके साथ ही महाप्रबंधक ने समिति के सदस्यगणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पश्चिम मध्य रेल की पूरी टीम रेल के विकास के लिये तत्पर है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि हम आपके महत्वपूर्ण सुझाव एवं सहयोग से रेलवे के विकास एवं यात्रियों को बेहतर यात्रा सुविधा प्रदान करने की दिशा में सकारात्मक कार्य करते रहेंगे. इसके पश्चात् उपमहाप्रबंधक श्री अनुराग पाण्डेय के द्वारा पश्चिम मध्य रेल की पिछले कुछ वर्षों की उपलब्धियां व नये होने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी गई.
बैठक में शामिल 26 सदस्यों ने दिये यह महत्वपूर्ण सुझाव
- बलदीप सिंह मैनी, जबलपुर ने सुझाव दिया कि जबलपुर स्टेशन के लिफ्ट एवं एस्केलेटर की सुविधाओं में विस्तार किया जाए. दिव्यांगजनों के लिए ट्रेन में चढ़ने-उतरने की रैम्प की उचित सुविधा उपलब्ध करवाई जाए. जबलपुर से रायपुर के लिए नई ट्रेन चलाई जाए. अमरकंटक एक्प्रेसस ट्रेन के लिए निश्चित प्लेटफॉर्म का चयन किया जाए.
- अनुराग प्यासी, सागर ने सुझाव दिया कि हावड़ा-इंदौर क्षिप्रा एक्सप्रेस ट्रेन के फेरे को बढ़ाते हुए प्रतिदिन किया जाए तथा सागर से पुणे के लिए नई ट्रेन चलाई जाए.
- अनिल कुमार श्रीवास्तव, रीवा ने सुझाव दिया कि रीवा-सीएसएमटी स्पेशल ट्रेन के फेरे में वृद्धि की जाए. साथ ही रीवा-इतवारी एक्सप्रेस ट्रेन के फेरे में वृद्धि करते हुए प्रतिदिन चलाई जाए तथा रीवा स्टेशन में एटीएम सुविधा उपलब्ध करवाई जाए. बैठक के दौरान उपस्थित सदस्यों द्वारा चुनाव के माध्यम से राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य के लिए नितेश लाल जी को चुना गया.
महाप्रबंधक श्री गुप्ता ने क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों को गंभीरता से सुना और इन पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. अन्त में क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सचिव उपमहाप्रबंधक अनुराग पाण्डेय ने सबका आभार प्रकट किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कटनी-बीना के बीच थर्ड लाइन कार्य के लिए नॉन इंटरलॉकिंग होगा कार्य, कई ट्रेन निरस्त, डायवर्ट की गई
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