मुंबई. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे में एक कैंटीन कर्मचारी को लड़कियों के हॉस्टल के बाथरूम का वीडियो रिकॉर्ड करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद आईआईटी बॉम्बे ने अपनी सुरक्षा प्रक्रिया में कई बदलाव करने का फैसला किया है. छात्रों ने दावा किया है कि उन्हें सुरक्षा में होने वाले बदलावों के बारे में ईमेल मिले हैं, जिन्हें आईआईटी अधिकारी करना चाहते हैं. साथ ही छात्रों से इन सुरक्षा बदलावों को लेकर उनका फीडबैक मांगा गया है.
छात्रों ने ये भी दावा किया कि संस्थान के अधिकारियों ने जांच के बाद हॉस्टल में एंट्री से सभी संभावित प्वाइंट्स का पता लगाया है. स्थायी मरम्मत किए जाने तक उन एंट्री प्वाइंट्स को अब सील कर दिया जाएगा. स्टूडेंट्स ने दावा किया कि कैंपस मेस और हॉस्टल में पुरुष कर्मचारियों की संख्या भी कम से कम की जाएगी और नाइट कैंटीन को तब तक बंद रखा जाएगा, जब तक केवल महिला कर्मचारियों को काम पर नहीं रखा जाता है.
संस्थान के प्रवक्ता ने पहले कहा था कि कैंटीन एक बार फिर से काम करना शुरू कर देगी, क्योंकि इसमें विशेष रूप से महिलाओं का स्टाफ है. जबकि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए गए हैं. लड़कियों के अन्य हॉस्टल का भी सुरक्षा ऑडिट किया जाएगा.
गौरतलब है कि रविवार को एक महिला छात्र ने आईआईटी बॉम्बे के महिला हॉस्टल के बाथरूम के बाहर एक खिड़की पर एक मोबाइल फोन देखा और अधिकारियों को तुरंत इसकी जानकारी दी. इसके बाद पवई पुलिस स्टेशन को सूचना दी गई और घटना की जानकारी मिलते ही एक पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची. वहीं पुलिस ने कम से कम पांच कैंटीन कर्मचारियों से पूछताछ की और फिर प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने एक 22 वर्षीय कैंटीन वर्कर की मुख्य संदिग्ध के रूप में पहचान की और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया.
वहीं इस घटना के बाद आईआईटी बॉम्बे ने एक बयान जारी कर कहा कि एक हॉस्टल की छात्राओं की निजता का उल्लंघन करने की कोशिश की गई थी. ये उल्लंघन नाइट कैंटीन के एक कर्मचारी द्वारा किया गया, जिसे छात्राओं की सतर्कता से रंगे हाथों पकड़ लिया गया. आरोपी को पुलिस को सौंप दिया गया है. बयान में आगे कहा गया कि पाइपों के बीच में गैप का फायदा उठाकर संदिग्ध ने वीडियो रिकॉर्ड करना चाहा. इन गैप्स को बंद कर दिया गया है. छात्राओं के साथ अतिरिक्त सुरक्षा उपाय को लेकर आगे की चर्चा चल रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-आईआईटी मद्रास ने कहा- कोरोना की तीसरी लहर का पीक करीब, 6 फरवरी तक सबसे ज्यादा केस होंगे
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