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अभिमनोजः विपक्षी एकता की दशा और दिशा तो सही है, यदि ऐसा रहा तो ही 2024 में बदलाव हो सकता है!

अभिमनोजः विपक्षी एकता की दशा और दिशा तो सही है, यदि ऐसा रहा तो ही 2024 में बदलाव हो सकता है!

प्रेषित समय :21:03:46 PM / Sun, Sep 25th, 2022

नजरिया. विपक्षी एकता के लालू-नीतीश के प्रयास रंग ला रहे हैं, इसी का नतीजा है कि विपक्षी एकता की दशा और दिशा सही नजर आ रही है और यदि ऐसा ही रहा तो 2024 में बदलाव हो सकता है!

विपक्षी एकता में दो बड़ी बाधाएं हैं....

एक- पीएम फेस, और....

दो- गैरभाजपाई, गैरकांग्रेसी मोर्चे की कल्पना!

पीएम फेस के लिए नीतीश कुमार एकाधिक बार साफ कर चुके हैं कि उनकी दिलचस्पी बीजेपी को हटाने में है, पीएम बनने में नहीं, यदि ऐसा है तो विपक्षी एकता की राह आसान होगी.
केसीआर, ममता बनर्जी आदि के विपक्षी एकता के ज्यादातर प्रयास इसीलिए असरदार नहीं रहे क्योंकि वे पीएम पद की महत्वकांक्षा के साथ-साथ गैरभाजपाई, गैरकांग्रेसी मोर्चे की कल्पना लेकर चल रहे थे, जबकि यह साफ है कि कांग्रेस के बगैर कोई गैरभाजपाई मोर्चा कामयाब नहीं हो सकता है?

खबर है कि इंडियन नेशनल लोक दल की रविवार को फतेहाबाद एक बड़ी रैली आयोजित हुई, जो लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर इसलिए खास है कि एक बार फिर गैरभाजपाई दल एक मंच पर आ रहे हैं, इसमें करीब एक दर्जन राज्यों के वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं ने हिस्सा लिया, जिनमें एनसीपी प्रमुख शरद पवार, जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, एसएडी के एसएस बादल और सीपीएम के एस येचुरी, आईएनसी के ओपी चौटाला आदि शामिल थे.

इस मौके पर नीतीश कुमार का कहना था कि.... पिछले चुनावों के दौरान, बीजेपी हमारे उम्मीदवारों को हराने की कोशिश कर रही थी, केंद्र ने पिछड़े राज्य के लिए जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया, बिहार में आज 7 पार्टियां एक साथ काम कर रही हैं, उनके पास 2024 का चुनाव जीतने का कोई मौका नहीं है.

इतना ही नहीं, नीतीश कुमार ने तो बीजेपी से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस और वाम दलों समेत सभी विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की और कहा कि- विपक्षी दलों का यह मुख्य मोर्चा यह सुनिश्चित करेगा कि 2024 के आम चुनाव में भगवा पार्टी को बुरी तरह शिकस्त मिले, अगर सभी गैर-भाजपा दल एकजुट हो जाएं, तो वे देश को तबाह करने के लिए काम कर रहे लोगों से छुटकारा दिला सकते हैं.

बिहार सीएम ने यह भी कहा कि.... मैं कांग्रेस समेत सभी दलों से एकसाथ आने की अपील करता हूं, तभी 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी बुरी तरह हारेगी, हिंदू और मुसलमानों के बीच कोई लड़ाई नहीं है और बीजेपी  अशांति पैदा करना चाहती है.

नीतीश कुमार का साफ कहना था कि- मेरी बस एक ही इच्छा है कि हम राष्ट्रीय स्तर पर साथ आएं...हमें और दलों को अपने साथ लाने की आवश्यकता है!

सियासी सयानों का मानना है कि यदि विपक्ष ने वास्तव में एकजुट होकर चुनाव लड़ा तो 2024 में बीजेपी की केंद्र में वापसी बेहद मुश्किल होगी?

लालू-नीतीश की विपक्षी एकता की कोशिशें कामयाब होंगी!

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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