हरिद्वार. हिमालय क्षेत्र में आज शनिवार 1 अक्टूबर की सुबह भयावह हिमस्खलन में केदारनाथ धाम बाल बाल बच गया. मिली जानकारी के मुताबिक केदारनाथ मंदिर के पास हिमालय की पहाड़ियों में एक एवलांच आया, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ों के पीछे से बर्फ का सैलाब आ रहा है.
केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने जानकारी दी है इस हिमस्खलन से केदारनाथ मंदिर को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा है. मंदिर व आसपास के स्थान पूरी तरह से सुरक्षित है. प्रशासन ने फौरन केदारनाथ धाम में रह रहे लोगों को अलर्ट किया. गनीमत रही कि घटना में हानि नहीं हुई है. शासन से जियोलॉजिकल टीम के साथ आपदा प्रबंधन विभाग से सर्वे करने का अनुरोध किया है.
23 सितंबर को भी केदारनाथ धाम के पास हुआ था हिमस्खलन
गौरतलब है कि हाल ही में 23 सितंबर को भी केदारनाथ धाम के पीछे स्थित चैराबाड़ी ग्लेशियर में हिमस्खलन हुआ था. ताजा हिमस्खलन के बाद भी केदारनाथ धाम में रह रहे लोग सहमे हुए हैं. स्थानीय लोगों को डर है कि कहीं 2013 जैसी आपदा दोबारा न आ जाए. 23 सितंबर को केदारनाथ मंदिर से लगभग 4 किमी दूर स्थित चैराबाड़ी ग्लेशियर पर हिमस्खलन की घटना हुई थी. पर्वत पर काफी दूर तक हिमस्खलन होने के बाद केदारनाथ धाम में अफरा-तफरा मच गई थी.
2013 की त्रासदी को याद कर सहमे लोग
गौरतलब है कि साल 2013 में केदारनाथ आपदा की खौफनाक तस्वीरें अब भी रोंगटे खड़े कर देती हैं. दुनिया में सदी की सबसे बड़ी जल प्रलय की एक घटना थी. 16 जून 2013 की रात केदारनाथ मंदिर के ठीक पीछे 13000 फीट ऊंचाई पर चैराबाड़ी झील ने भयानक तबाही मचाई थी. यहां जल प्रलय के कारण हजारों लोगों की मौत हो गई थी. झील फटने के कई किलोमीटर दूर तक लोग भयावह सैलाब में बह गए थे. पानी के तेज धार में कई क्विंटल भारी पत्थर बहते हुए आए थे और सब कुछ नेस्तनाबूद कर दिया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-8 राज्यों में मानसूनी गतिविधियां शुरू, बारिश-बर्फबारी के कारण केदारनाथ यात्रा रोकी गई
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