जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कोयला संकट को दूर करने में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने प्रदेश की भरपूर मदद की है. जिसके चलते राजस्थान में बिजली कटौती की समस्या से जल्द निजात मिलने वाली है. जानकारी के अनुसार आज गुरुवार को राजस्थान सरकार की बिजली कंपनी राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड और केंद्रीय कोयला मंत्रालय की कोल इंडिया लिमिटेड के बीच एमओयू हुआ है.
इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड-कोल इंडिया सोलर प्रोजेक्ट एमओयू कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी की की जमकर तारीफ की. वहीं सीएम ने कहा कि उम्मीद है एमओयू होने के बाद प्लांट का काम जल्द से जल्द शुरू हो जाएगा.
सीएम गहलोत ने कहा कि कोल इंडिया का राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के साथ सोलर परियोजना के लिए 5400 करोड़ का एमओयू राज्य सरकार व केन्द्र के बीच अच्छे तालमेल का घोतक है. वहीं सोलर पार्क की स्थापना से कोयले की बचत एवं प्रदूषण में कमी के साथ-साथ आमजन को निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य द्वारा नवीन सौर ऊर्जा व पवन ऊर्जा नीति लाने व नियमों का सरलीकरण करने से अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में लगातार निवेश आ रहा है. साथ ही इन्वेस्ट राजस्थान समिट में भी सबसे ज्यादा एमओयू सौर ऊर्जा के क्षेत्र में ही साइन हुए हैं.
वहीं राजस्थान सरकार ने हमेशा अक्षय ऊर्जा संसाधनों को प्रोत्साहन दिया है. गौरतलब है कि, सीएम गहलोत ने कोल इंडिया लिमिटेड और राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के बीच 1190 मेगावाट की सोलर परियोजना की स्थापना के लिए एमओयू स्थापित होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. जहां आज राजस्थान अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बन चुका है.
बताया जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत और केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी की मौजूदगी में 5 हजार करोड़ रुपए के निवेश से जुड़े प्रोजेक्ट पर एमओयू हुए. जहां पर 1190 मेगावाट क्षमता की सोलर परियोजना से राज्य सरकार द्वारा थर्मल पॉवर प्लांटों में कोयले की बचत और प्रदूषण में कमी करने में मदद मिलेगी. वहीं सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के सरकारी उपक्रम राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम को 2000 मेगावाट सोलर पार्क को विकसित करने का जिम्मा सौंपा गया है.
वहीं सीएम ने कहा कि राजस्थान में सोलर पार्क तो लग रहे हैं, मगर ऊर्जा बाहर जा रही है, ऐसे में यहां रोजगार देने के लिए हमें सोलर पार्क के यंत्न बनाने वाली फैक्ट्रियां लगनी चाहिए. चूंकि कोयला संकट के लिए केंद्र सरकार ने काफी मदद की है. उसके लिए मैं उन्हें शुक्रिया देता हूं. इस दौरान सीएम ने कहा कि राजस्थान वो राज्य है जहां आजादी के समय सिर्फ 13 मेगावाट बिजली बनती थी, मगर अब प्रदेश में 23 हजार मेघावाट बिजली बन रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Conversation with media after MoU Signing Ceremony between RVUNL & CIL https://t.co/c4UPwuMgZj
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 13, 2022
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