रायपुर. धान खरीदी में एक बार फिर राजनीति गर्म है. इस बार टोकन को लेकर राजनीतिक टकराहट देखने को मिल रही है. भाजपा ने कांग्रेस सरकार को यह कहकर घेरने की कोशिश की है कि यहां आनलाइन एप के जरिए टोकन देने का सरकार ढिंढोरा पीट रही है और टोकन नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. मामले में कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस का आरोप है कि पूर्ववर्ती भाजपा की रमन सरकार में तो जितने किसान धान खरीदी के लिए पंजीयन कराते थे उनमें से आधे ही किसानों की धान खरीदी होती थी.
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संदीप शर्मा ने आरोप लगाया कि कोरिया और मनेन्द्रगढ़- चिरमिरी- बैकुंठपुर जिले में टोकन तुंहर द्वार एप नहीं खुलने से किसानों को आफलाइन टोकन के लिए चक्कर लगाना पड़ रहा है. यहां एक प्रतिशत भी धान की खरीदी नहीं हुई. भाजपा के दबाव में आकर सरकार ने धान खरीदी की शुरुआत तो कर दी मगर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया. बारदाने के लिए भी भाजपा हर साल कई माह पहले से कहती रही है लेकिन भूपेश सरकार की नीयत की में खोट सामने आ जाती है. इस बार भी यही स्थिति है. पूरे प्रदेश में किसान परेशान हैं.
घर बैठे मिल रहा है टोकन- कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि किसानों को घर बैठे धान बेचने के लिए बेरोकटोक टोकन मिल रहा है. विगत 15 वर्षों के दौरान जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब तो किसान धान ही नहीं बेच पाते थे. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि रमन राज में तो 12 से 13 लाख किसान धान बेचने के लिए पंजीयन करते थे और सात से आठ लाख किसानों से ही धान की खरीदी हो पाती थी. पूर्ववर्ती सरकार में औसत प्रतिवर्ष 50 लाख टन की धान की खरीदी हुई. हमने इस वर्ष 110 लाख टन का लक्ष्य रखा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी दर्ज है ईसाई धर्मगुरु पीसी सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी के प्रकरण
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