पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में बने बमों के रिजेक्ट होने को प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है. प्रबंधन ने इस मामले में दो जेडब्ल्यूएम को सस्पेंड कर जांच कमेटी का गठन किया है, जांच के बाद और भी अधिकारियों पर कार्यवाही होने की संभावना है.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ओएफके के फिलिंग सेक्शन थ्री में करोड़ों रुपए की लागत से सेना के लिए 551 बमों का निर्माण किया गया. ये लांग प्रूफ रेंज (एलपीआर) में टेस्टिंग में फेल हो गए. करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए बमों के फेल होने को फैक्टरी प्रबंधन ने गंभीर लापरवाही माना है. जिसके चलते फिलिंग सेक्शन के दो जेडब्ल्यूएम को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. क्योंकि जहां पर बम बनाए गए, वहां की जिम्मेदारी इन दोनों अधिकारियों की थी. वहीं फैक्टरी प्रबंधन ने मामले में एक जांच कमेटी का भी गठन किया है. जिसकी जांच एजीएम स्तर के अधिकारियों द्वारा की जाएगी, ऐसा माना जा रहा है जांच के बाद और भी सेक्शन के और भी अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्यवाही हो सकती है. गौरतलब है कि ओएफके को इस वित्तीय वर्ष में 3500 करोड़ रुपए के बम बनाने का लक्ष्य दिया गया है. जिसमें 84 एमएम, 551 व 751 एम्यूनेशन बनाना है.
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