पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित ग्राम कसही पनागर में ब्रजेन्द्र प्रजापति उर्फ बिज्जू ही अपने पिता की हत्या का आरोपी निकला. जिससे पहले तो पिता मुन्नालाल पर चाकुओं से हमला किया. जब वे गिर गए तो पैर से गला दबाकर मार दिया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी ब्रजेन्द्र को गिरफ्तार कर अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया.
इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ग्राम कसही पनागर निवासी मुन्नालाल प्रजापति मानसिक रुप से कमजोर रहे. जो घर में सोते-उठते, खाना खाते वक्त अचानक लैट्रिन व बाथरुम कर देते थे. मुन्नालाल प्रजापति द्वारा की जाने वाली गंदगी बेटा ब्रजेन्द्र ही साफ करता रहा. आए दिन गंदगी साफ किए जाने से ब्रजेन्द्र परेशान हो गया. जिसने अपने पिता मुन्नालाल की हत्या करने की योजना बना ली. 26 नवम्बर को मुन्नालाल प्रजापति रांझी से मजदूरी कर घर के लिए रवाना हुआ.
जब वह झुरझुरू नहर पुल से अपने गांव कसही के लिए मुड़ा तभी बेटा ब्रजेन्द्र उर्फ बिज्जू पहुंच गया. मुन्नालाल कुछ समझ पाता, इससे पहले बेटे ब्रजेन्द्र ने चेहरे पर चाकू से हमला कर दिया. हमला होते ही मुन्नालाल गिर गए. तभी ब्रजेन्द्र ने पैर से गला दबाकर पिता मुन्नालाल की हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी ब्रजेन्द्र गांव पहुंचा और लोडिंग वाहन में डीजे लोड करके गतंव्य के लिए रवाना हो गया. घटना दिनांक को ही पत्नी गुड्डीबाई सहित अन्य लोगों ने झुरझुरु नहर के पास लाश देखी तो पुलिस को खबर दी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश की शिनाख्त मुन्नालाल प्रजापति के रुप में की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरु कर दी है. जांच के दौरान मुन्नालाल की पत्नी गुड्डीबाई प्रजापति ने बताया कि 26 नवम्बर को वह और पति मुन्नालाल साथ में ही काम करने के लिए निकले. वह गौरव शर्मा की साइट पर ठेकेदार वीरेन्द्र महोबिया के साथ काम करने चली गई. पति मजदूरी करने के लिए रांझी निकल गए. शाम को गांव के राहुल गौड़ के साथ मोटर साइकल पर बैठकर घर के लिए रवाना हुई. जब वह झुरझुरु नहर पुल से आगे बढ़ी तो पति मुन्नालाल को मृत हालत में देखा हतप्रभ रह गई. पुलिस ने मामले में मुन्नालाल के बेटे ब्रजेन्द्र से पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि रिछाई फैक्टरी से माल लोड कर छिंदवाड़ा जाने निकला. भेड़ाघाट रोड से जब वह गुजर रहा था तो खबर मिली कि पिता की मौत हो गई है.
जिसपर वह भेड़ाघाट में ही वाहन खड़ा कर घर पहुंच गया. जबकि पुलिस को पता चला चला था कि घटना दिनांक को ब्रजेश ग्राम निपनिया की गाड़ी में डीजे लोड हो रहा था, इस दौरान वह दो घंटे के लिए गायब हो गया था. पुलिस ने ब्रजेन्द्र को थाना लाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने पिता मुन्नालाल की हत्या करना स्वीकार लिया. इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने में पनागर थानाप्रभारी विजय अम्बोरे, एसआई आकाशदीप साहू, एएसआई कैलाश मिश्रा, आरक्षक विनय जायसवाल, मोनू करारे, नरेन्द्र चौरिया, देशपाल, महिला आरक्षक अभिलाषा व सैनिक विजय तिवारी की सराहनीय भूमिका रही.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर एसपी की पहल: सीएम हैल्प लाइन-जन शिकायतों का शिविर लगाकर किया निराकरण, 141 मामले निराकृत
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