जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर स्टेशन के समीप गणतंत्र दिवस 26 जनवरी की रात को अचानक शंटिंग के दौरान एक यात्री कोच पटरी से उतर गया. यह मामला सार्वजनिक नहीं हो और आला अधिकारियों तक घटना की खबर नहीं पहुंचे, इसके लिए संबंधित अधिकारियों ने बिना खतरे का सायरन बजाये एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन को मौके पर रवाना किया. खास बात यह है कि इस तरह की घटना के विशेषज्ञ स्टाफ को बुलाने के लिए फोन लगाकर मौके पर बुलाया गया.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि 26 जनवरी गुरुवार की रात 9 बजे के लगभग रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर के इटारसी एंड पर एक कोच को शंटिंग करके बैक किया जा रहा था, इसी दौरान अचानक एक कोच पटरी से उतर गया, जिससे स्टेशन व ट्रेन के स्टाफ में हड़कंप मच गया. घटना की खबर रेलवे के मुख्य नियंत्रण कक्ष को दी गई.
ऐसे बुलाया गया रिलीफ ट्रेन के स्टाफ को, सायरन बजाने से परहेज
बताया जाता है कि इस घटना के बाद नियमों के मुताबिक एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन को मौके पर भेजने के लिए खतरे का सायरन बजाना चाहिए था, जिसे सुनकर इस ट्रेन के विशेषज्ञ स्टाफ तय समय पर मौके पर पहुंच सके, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. स्टाफ को फोन करके मौके पर पहुंचने के लिए कहा जाता रहा, जिसके चलते डिरेल कोच को उठाने के लिए मौके पर एआरटी व स्टाफ को वक्त लगा. वहीं लगभग 3 घंटे की मशक्कत के बाद बेपटरी कोच को पटरी पर पुन: चढ़ाया जा सका. बताया जाता है कि कोच के पटरी से उतरने के कारण कई मीटर तक का ट्रेक भी क्षतिग्रस्त हुआ, जिसे दुरुस्त किया गया. वहीं इस पूरे मामले को पमरे मुख्यालय के आला अफसरों के संज्ञान में नहीं आए, इसके पुख्ता प्रबंधन स्टेशन प्रशासन द्वारा किया गया था, इसी कारण खतरे का सायरन भी नहीं बजाया गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रिटायर्ड रेलवे ऑफिसर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने उठाया पिकनिक का लुत्फ, खेले मनोरंजक खेल
एमपी में रेलवे कर्मी ने कुल्हाड़ी से काटकर पत्नी और दो बच्चों की हत्या कर बरामदे में गाड़ दिए शव
रेलवे के IRTS अधिकारी के घर पर सीबीआई का छापा, 17 किलो सोना, करोड़ों का कैश मिला
Leave a Reply