मोरबी. गुजरात के मोरबी पुल हादसा मामले में आरोपी ओरेवा ग्रुप के प्रबंध निदेशक (एमडी) जयसुख पटेल ने मंगलवार को मोरबी में सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. इससे पहले सीजेएम कोर्ट ने जयसुख पटेल के खिलाफ वारंट जारी किया था. पिछले साल मोरबी में मच्छु नदी पर बना पुल गिरने से 135 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में गुजरात पुलिस नौ लोगों को गिरफ्तार किया था. जिसमें ओरेवा ग्रुप के चार कर्मचारी शामिल थे. इनमें दो कंपनी के मैनेजर हैं और दो टिकट क्लर्क हैं.
जयसुख पटेल का नाम एफआईआर में भी बतौर आरोपी दर्ज है. जयसुख पटेल ने बीती 20 जनवरी को मोरबी की सेशन कोर्ट में याचिका दायर कर अग्रिम जमानत की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था.
गुजरात हाईकोर्ट भी इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेकर सुनवाई कर रहा है. हाईकोर्ट ने पिछले महीने मोरबी सस्पेंशन ब्रिज का रखरखाव और संचालन करने वाली कंपनी अजंता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड (ओरेवा ग्रुप) को नोटिस जारी किया था. इस कार्यवाही में कंपनी को प्रतिवादी बनाने की मांग की गई थी. याचिकाकर्ता ने मांग की है कि कंपनी को हादसे से हुई क्षति के भुगतान के लिए उत्तरदायी बनाया जाए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-गुजरात के कच्छ में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई तीव्रता
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