भोपाल. अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से वातावरण में नमी आने का सिलसिला बना हुआ है. इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है. इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक सागर में 8.2, भोपाल में 2.7, सागर में 2.2, रतलाम में 1.8, ग्वालियर में 0.8, बैतूल में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई.
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार को दोपहर के बाद भोपाल, इंदौर, उज्जैऩ, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर, जबलपुर संभागों के जिलों में गरज–चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं. मौसम का इस तरह का मिजाज 21 मार्च तक बना रह सकता है.
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकतर शहरों में रुक-रुककर बौछारें पडऩे के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हुई है. राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. हालांकि यह गुरुवार के न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस से 2.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा.
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है. उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है. दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. इन तीन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है. इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है. शुक्रवार को भी दोपहर के बाद मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं. इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Weather Alert- जबलपुर व नर्मदा संभाग में वर्षा के आसार, बढ़ेगा दिन का तापमान, पश्चिम विक्षोभ का असर
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