जांजगीर. छत्तीसगढ़ के जांजगीर के बाराद्वार थाना अंतर्गत ग्राम खम्हरिया में सीसी रोड निर्माण के दौरान करंट लगने से तीन मजदूर की मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. हादसा तब हुआ, जब मजदूर काम खत्म कर मिक्सर मशीन को वापस ले जा रहे थे. मशीन का ऊपरी हिस्सा 11 केवी तार के संपर्क में आया और करंट लगने से मजदूर बुरी तरह से झुलस गए.
पुलिस के अनुसार ग्राम खम्हरिया में मंगल भवन से राजू के घर तक पंचायत सीसी रोड का निर्माण करा रही है. रविवार को काम खत्म करने के बाद मजदूर मिक्सर लिफ्ट मशीन को धकेलते हुए ले जा रहे थे, उसी बीच मिक्सर मशीन का ऊपरी हिस्सा 11 केवी तार की चपेट में आ गया और मशीन को धकेल रहे राजकुमार सेवक, प्रेमलाल महिलांगे, अजय सिंह सिदार, नागेन्द्र सिंह, परउ राम झुलस गए.
सभी मजदूरों को इलाज के लिए चांपा ले जाया जा रहा था, चांपा पहुंचने से पहले ही घायल राजकुमार सेवक (28) पिता तिहारू राम, प्रेमलाल महिलांगे (20) पिता स्व. रामलाल, अजय सिंह सिदार (22) पिता स्व. धनेश्वर सिंह सहित 3 मजदूरों की मौत हो गई हैं. गंभीर रूप से घायल 2 मजदूर नागेन्द्र सिंह व परउ राम का इलाज एनकेएच हॉस्पिटल चांपा में किया जा रहा है.
शादी की चल रही थी तैयारी, बंट चुका था कार्ड
मृतक अजय सिंह सिदार की सगाई हो चुकी थी. उसकी शादी 4 अप्रैल को भोथिया में हुई थी, इधर परिवार के लोग अजय सिंह की शादी की तैयारी में जुटे थे. परिवार सहित पूरे गांव में उसके शादी का कार्ड भी बट चुका था, लेकिन इसी बीच अचानक करंट की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई. इसी तरह मृतक प्रेम लाल महिलांगे की 26 मार्च को सगाई थी, लेकिन हादसे में दोनों युवक शादी के पहले ही मौत हो गई.
राजकुमार सेवक की शादी हो चुकी है, मगर उसके तीन छोटे-छोटे बच्चों है. इस हादसे से तीनों मासूम बच्चों के ऊपर से अब पिता का साया उठ गया. इस संबंध में बाराद्वार थाना प्रभारी राजेश पटेल का कहना है कि खम्हरिया में काम के दौरान करंट से पांच मजदूरों के घायल होने की जानकारी मिली है. सभी घायलों को इलाज के लिए चांपा भेजा गया था. चांपा थाना से मर्ग डायरी आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
एक ही दिन निकली तीन युवकों की अर्थी, गांव में मातम
दुर्घटना में एक ही गांव के तीन युवकों की मौत हो गई. एक साथ तीन युवकों की मौत की खबर मिलते ही गांव में मातम पसरा रहा, इधर सुबह उनकी लाश गांव पहुंची, इधर गांव में युवकों की लाश आने की खबर मिलते ही पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा और लोगों ने उन्हें नम आंखों अंतिम विदाई दी. अंतिम संस्कार में पूरा गांव उमड़ पड़ा, इधर घर के कमाऊ बेटों की मौत हो जाने पर परिवार के लोगों को रो-रोकर बुरा हाल है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ : कागजों में 37 किसान हो गये मृत, अपने को जिंदा साबित करने फिर रहे
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