श्री पद्मावति माता नाम मंत्र 108

श्री पद्मावति माता नाम मंत्र 108

प्रेषित समय :20:37:28 PM / Fri, Apr 14th, 2023

ॐ पद्मावती पदम्नेत्रे पद्मासने लक्ष्मीदायिनी वांछापुरिनी रिद्धिम सिद्धिम जयम जयम जयम कुरु कुरु नमः
ॐ ह्रीँ श्रीं क्लीँ ऐँ श्री पदमावती दैव्यै नमः .. ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्री पद्मावती देव्यै नमः ..
ॐ पद्मावती पदम्नेत्रे पद्मासने लक्ष्मीदायिनी वांछापुरिनी रिद्धिम सिद्धिम जयम जयम जयम कुरु कुरु नमः| 
108  श्री पद्मावति माता नाम मंत्र
(1) ऊँ श्री श्री महादेवी, पद्मावतय, स्वाहा.
(2)  ऊँ श्री श्री कल्याणय पद्मावतय स्वाहा.
(3) ऊँ श्री श्री भुवनेश्वर्य पद्मावतय स्वाहा
(4) ॐ श्री श्री चंद्य पद्मावतय स्वाहा
(5) ऊँ श्री श्री कात्याययय पद्मावत्य स्वाहा
(6) ऊँ श्री श्री गौर्याय पद्मावत्य स्वाहा
(7) ऊँ श्री श्री श्री जिधरमापरायण्य पद्मावतय स्वाहा
(8 ) ऊँ श्री श्री श्री पंचब्रम्हामदराध्यायय पद्मावतय स्वाहा
(9) ॐ श्री श्री श्री पंचमंत्र पद्मावतय स्वाहा
(10) ॐ श्री श्री श्री पंचव्रत गुणोपेटायै पद्मावत्यय स्वाहा
(11) ऊँ श्री श्री श्री पंचकल्यंदरशिन्य पद्मावतय स्वाहा
(12) ऊँ श्री श्री श्री श्री पद्मावतय स्वाहा
(13) ऊँ श्री श्री श्री तोलयै पद्मावतय स्वाहा
(14) ऊँ श्री श्री नित्ययै पद्मावत्य स्वाहा.
(15) ऊँ श्री श्री त्रिपुराई पद्मावतय स्वाहा
(16) ऊँ श्री श्री काम्य सधिन्य पद्मावत्य स्वाहा
(17) ऊँ श्री श्री मदनोनमालिन्य पद्मावतय स्वाहा
(18) ऊँ श्री श्री विद्याई पद्मावतय स्वाहा
(19) ॐ श्री श्री महालक्ष्मी पद्मावतय स्वाहा
(20) ॐ श्री श्री सारस्वत्यै पदमावत्यै स्वाहा
(21) ऊँ श्री श्री सारस्वत गणाधिशाई पद्मावतय स्वाहा
(22) ऊँ श्री श्री सर्वस्त्रोपदेशिन्य पद्मावतयस्वाहा
(23) ॐ श्री श्री श्री सर्वेश्वर्य पद्मावत्य स्वाहा
(24) ऊँ श्री श्री महादुर्गा, पद्मावतय स्वाहा
(25) ऊँ श्री श्री त्रिनैत्राय पद्मावतय स्वाहा
(26) ऊँ श्री श्री फणीशेखराय पदमावत्यय स्वाहा
(27) ऊँ श्री श्री जटाबालेन्दुमुकुतायै पद्मावत्यय स्वाहा
(28) ऊँ श्री श्री कुक्कुतोर गवहिन्य पद्मावतय स्वाहा
(29) ऊँ श्री श्री चतुर्मुख्य पद्मावतय स्वाहा.
(30) ऊँ श्री श्री महायसायै पद्मावतय स्वाहा
(31) ऊँ श्री श्री श्री धादेवी पद्मावतय स्वाहा
(32) ऊँ श्री श्री गुह्येश्वर्य पद्मावतय स्वाहा.
(33) ऊँ श्री श्री नागराज महापत्नी पद्मावतय स्वाहा
(34) ऊँ श्री श्री नागिन्य पद्मावतय स्वाहा
(35) ऊँ श्री श्री नागदेवतायै पद्मावतय स्वाह
(36) ऊँ श्री श्री सिद्धांत पूर्ण पद्मावतय स्वाहा
(37) ऊँ श्री श्री द्ववादशंगपरायण्य पद्मावतय स्वाहा
(38) ऊँ श्री श्री चारतुदशमहा विद्या पद्मावतय स्वाहा
(39) ऊँ श्री श्री श्री अवधिजनलोचनयै पद्मावत्यै स्वाहा
(40) ऊँ श्री श्री श्री बसन्त्याई पद्मावतय स्वाहा
(41) ऊँ श्री श्री श्री वनदेवी पद्मावतय स्वाहा
(42) ऊँ श्री श्री श्री वन, पद्मावतय स्वाहा
(43) ऊँ श्री श्री महेश्वर्य पद्मावत्य स्वाहा
(45) ऊँ श्री श्री महाधोराया पद्मावतय स्वाहा
(46) ऊँ श्री श्री महाराउद्राय पद्मावतय स्वाहा
(47) ऊँ श्री श्री विटाभितायै पद्मावतय स्वाहा
(48) ऊँ श्री श्री अभयनकार्य पद्मावतय स्वाहा
(49) ऊँ श्री श्री श्री कनकडू पद्मावतय स्वाहा
(50) ऊँ श्री श्री कलराय पद्मावतय स्वाहा
(51) ऊँ श्री श्री गंगा, पद्मावतय, स्वाहा
(52) ॐ श्री श्री गंधर्वनायक्य पद्मावतय स्वाहा
(53) ऊँ श्री श्री समन्वय दर्शन संपन्न पद्मावतय स्वाहा
(54) ऊँ श्री श्री सम्यकज्ञानपरायण्य पद्मावतय स्वाहा
(55) ॐ श्री श्री सम्यकचरित्र पन्नायै पद्मावतय स्वाहा
(56) ऊँ श्री श्री नरनामूपकारीणी पद्मावतय स्वाहा
(57)म ऊँ श्री श्री श्री श्री असीम गुण, पद्मावतय स्वाहा
(58) ऊँ श्री श्री गणन्याई पद्मावतय स्वाहा
(59) ॐ श्री श्री गणनायक्य पद्मावत्य स्वाहा
(60) ऊँ श्री श्री पातालवत्यय स्वाहा
(61) ऊँ श्री श्री पदमाय पद्मावतय स्वाहा
(62) ऊँ श्री श्री श्री श्री पद्मस्ययै पद्मावतय स्वाहा
(63) ऊँ श्री श्री श्री श्री पद्मलोचनय पद्मावत्याई स्वाहा
(64) ऊँ श्री श्री श्री प्रज्ञप्ति पद्मावतय स्वाहा
(65) ऊँ श्री श्री रोहिणी पद्मावतय स्वाहा
(66) ऊँ श्री श्री श्री जंभयै पद्मावतय स्वाहा
(67) ऊँ श्री श्री श्री स्तम्भन्य पद्मावतय स्वाहा
(67) ऊँ श्री श्री श्री श्री मोहिंय पद्मावतय स्वाहा
(68) ऊँ श्री श्री श्री जय पद्मावतय स्वाहा
(69) ऊँ श्री श्री योगिन्य पद्मावतय स्वाहा
(70) ऊँ श्री श्री योग विज्ञान, पद्मावतय स्वाहा
(71) ऊँ श्री श्री श्री मृत्युदारिद्यभन्जिन्य पद्मावत्य स्वाहा
(72) ऊँ श्री श्री श्री खयाई पद्मावतय स्वाहा
(73) ऊँ श्री श्री श्री समान्नधरण्य पद्मावतय स्वाहा
(74) ऊँ श्री श्री श्री सर्वपानिवारिणी पद्मावतय स्वाहा
(75) ऊँ श्री श्री श्री ज्वाला प्रमुख पद्मावतय स्वाहा
(76) ऊँ श्री श्री महाज्वाला मालीन्य पद्मावतय स्वाहा
(77) ऊँ श्री श्री श्री व्रजश्रृंखलाय पदमावत्याई स्वाहा
(78) ऊँ श्री श्री नागपश्धाराय पद्मावतय स्वाहा
(79) ऊँ श्री श्री श्री धैर्य पद्मावतय स्वाहा
(80) ऊँ श्री श्री श्री श्रीणितन फलनवितयाई पद्मावत्यै स्वाहा
(81) ऊँ श्री श्री श्री श्री हास्यपद पद्मावतय स्वाहा
(82) ऊँ श्री श्री श्री श्री पद्मावतय स्वाहा
(83) ऊँ श्री श्री विद्याराय पद्मावतय स्वाहा
(84) ऊँ श्री श्री हस्तिन्य पद्मावतय स्वाहा
(85) ऊँ श्री श्री श्री हस्तिवहिन्य पद्मावतय स्वाहा
(86) ऊँ श्री श्री श्री वसंतलक्ष्मी पद्मावतय स्वाहा
(87) ऊँ श्री श्री गिरवण्यै पद्मावत्य स्वाहा
(88) ऊँ श्री श्री श्री सर्वन्य पद्मावतय स्वाहा
(89) ॐ श्री श्री श्री श्री पद्मविस्तरय पद्मावतय स्वाहा
(90) ॐ श्री श्री बलार्कवर्णसंकशायै पद्मावत्यै स्वाहा
(91) ऊँ श्री श्रीश्रृंगारसनायक्य पद्मावतय स्वाहा
(92) ऊँ श्री श्री श्री अनेकांतात्मतत्वगया पद्मावत्यै स्वाहा
(93) ऊँ श्री श्री चिंतितार्थ फलदायक पद्मावत्यै स्वाहा
(94) ऊँ श्री श्री चिंतामन्यु पद्मावतय स्वाहा
(95) ऊँ श्री श्री श्री कृपापूर्ण पद्मावतय स्वाहा
(96) ऊँ श्री श्री श्री पापपरम्भावविमोचिन्य पद्मावत्य स्वाहा
(97) ॐ श्री श्री कल्पवल्लीसमकरायै पद्मावत्यै स्वाहा
(98) ॐ श्री श्री कामधेनवे पद्मावतय स्वाहा
(99) ऊँ श्री श्री श्री शुभंकरराय पदमावत्य स्वाहा
(100) ऊँ श्री श्री सद्धर्मवत्सलई पद्मावतय स्वाहा
(101) ऊँ श्री श्री श्री सर्वय पद्मावतय स्वाहा
(102) ऊँ श्री श्री श्री श्री सद्धर्मोत्सववर्धिनयै पद्मावत्यै स्वाहा
(103) ऊँ श्री श्री श्री सर्वपोपसमन्यै पद्मावत्याय स्वाहा
(104) ऊँ श्री श्री श्री सर्वरोगणिवरिणी पद्मावतय स्वाहा
(105) ऊँ श्री श्री गंभीरय पद्मावतय स्वाहा
(106) ऊँ श्री श्री श्री श्री मोहिंय पद्मावतय स्वाहा
(107) ऊँ श्री श्री सिद्धय पद्मावतय स्वाहा
(108 ) ऊँ श्री श्री श्री सेफालित्रुवासिन्य पद्मावतय स्वाहा

108 नाम मन्त्र का पाठ करने के बाद 27 बार यह मन्त्र जपना

ॐ नमो भगवति ! त्रिभुवनवशंकरी सर्वभरणभूषिते पद्मनयने ! पद्मिनी पद्मप्रभे ! पद्मकोशिनी ! पद्महस्ते!श्रीँ ह्रीं कुरु कुरु , मम ह्रदयकार्यं कुरु कुरु , मम सर्वशांतिं कुरु कुरु मम सर्वराज्यवश्यं कुरु कुरु, सर्वलोकवश्यं कुरु कुरु, मम सर्व स्त्री वश्यं कुरु कुरु, मम सर्व भूत पिशाच प्रेतरोषं हर हर सर्वरोगान् छिंद छिंद, सर्वविघ्नान् भिन्द भिन्द, सर्वविषं छिंद छिंद, सर्व कुमृगं छिंद छिंद ,सर्व शाकिनी छिंद छिंद,
श्री पार्श्वजिनपदाम्भोज युगाय नमः ॐ ह्राँ ह्रीँ ह्रूँ ह्रों ह्र:श्री पार्श्वनाथाय स्वाहा सर्वजन-राज्य स्त्रीपुरुष-वश्यं सर्व सर्व ॐ आं क्रों ह्रीं ऐं क्लीं ह्रीं देवी ! पद्मावती ! त्रिपुर-कामसाधिनी दुर्जन-मति-विनाशिनी त्रैलोक्य क्षोभिनी श्री पार्श्वनाथोप्सर्ग-हारिणी क्लीं क्लूं मम दुष्टान् हन हन ,
मम सर्वकार्याणि साधय साधय हुं फट स्वाहा .
ॐ आं क्रों ह्रीं क्लीं हूं हसौं पद्मे देवी मम सर्व-जगद्वशं कुरु कुरु सर्व विघ्नान् नाशय नाशय पुरक्षोभं कुरु कुरु ह्रीँ संवौषट् स्वाहा
ॐ आं क्रों हौं द्रां द्रीं क्लीं ब्लूं सः हम्ल्वंयूं पद्मावती सर्वपुरजनान् क्षोभय क्षोभय मम पादयोः पातय पातय आकर्षिणी ह्रीं नमः
ॐ आँ क्रों ह्रीं अर्हं मम पापं फट् फट् दह दह हन हन पच पच पाचय पाचय हं ब्भं ब्भां क्ष्वीं हंसः ब्भं वंह्य वंह्य क्षां क्षीं क्षूं क्षें क्षैं क्षौं क्षं क्षः क्षिं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रें ह्रौं ह्रं ह्रः हिः हिः हिं द्रां द्रीं द्रावय द्रावय नामोर्हते भगवते श्रीमते ठः ठः मम श्रीरस्तु , पुष्टिरस्तु, कल्याणंस्तु स्वाहा
देवी पद्मावती आरती तुमारी, मंगलकारी जय जय कारी देवी १
पार्श्व प्रभु छे शिरपर ताहरे, भक्ति करंतां तुं भक्तोने तारे देवी २
उज्जवल वर्णी मूत्ति शुं सोहे, नीरखी हरखी सहु जन मोहे देवी ३
कुर्कुट सर्पना वाहने बेठी, भद्रासनथी तुं शोभे छे रुडी देवी ४
सप्तपना शोभारी, नयन मनोहर परीकरधारी देवी.
कमल और फल रूडू संग चार भुजा की देवी कलामाया अंग
अलग अलग नाम अलग रूप में जगपूजा साहू सिद्धि कामी देवी ॐ
संकट टले शीघ्र, विघ्नों की देवी कामना ॐ
धरणेन्द्र देवनां देवी छो न्यारा, पार्श्वभक्तोना दुःख हरनारा देवी ९
नगरे तीर्थे, दर्शन करतां दुःख सहु विसरेदेवी १०
धर्म प्रतापे आशीष देजो, सुयश सिद्धिने मंगल करजो देवी 

Koti Devi Devta
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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