अहमदाबाद. गुजरात के कच्छ जिले के भुज में एक निकाय अधिकारी को एक सरकारी कार्यक्रम में सोने के लिए निलंबन की कार्रवाई का सामना करना पड़ा है. दरअसल, निलंबित किए गए अधिकारी की पहचान जिगर पटेल के रूप में हुई है. जिगर भुज नगर पालिका के मुख्य अधिकारी थे.
यह है पूरा मामला
दरअसल, शनिवार को सीएम भूपेंद्र पटेल का एक कार्यक्रम था. इस समारोह के दौरान जब सीएम पटेल मंच से संबोधित कर रहे थे तभी उनके सामने बैठे जिगर पटेल को नींद आ गई. इतना ही नहीं, सोते हुए उनका वीडियो भी कैमरे में कैद हो गया. जिसके बाद राज्य के शहरी विकास और शहरी आवास विभाग द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. विभाग द्वारा शनिवार शाम को उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
शहरी विकास और शहरी आवास विभाग के एक अधिकारी ने इस कार्रवाई के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घोर लापरवाही और कर्तव्य के प्रति समर्पण की कमी के लिए उन्हें निलंबित किया गया है. यह कार्रवाई गुजरात सिविल सेवा (अनुशासन और अपील) नियम, 1971 के नियम 5 (1) (ए) के तहत की गई है. सीएम के कार्यक्रम में सोना कदाचार और अनुशासन हीनता को दर्शाता है.
भूकंप प्रभावितों को सीएम ने बांटे आवास प्रमाण पत्र
जिस कार्यक्रम में यह वाकया हुआ उसमें सीएम भूपेंद्र पटेल कच्छ में भूकंप से प्रभावितों के पुनर्वास के लिए संपत्ति कार्ड बांटने गए थे. इस समारोह में सीएम पटेल ने लगभग 14,000 लोगों को आवासीय योजना के तहत आवास के स्वामित्व के दस्तावेज वितरित किए.
इस समारोह को लेकर सीएम भूपेंद्र पटेल ने बाद में ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा कि 2001 में भूकंप के बाद प्रभावित लोगों का पुनर्वास बहुत बड़े पैमाने पर किया गया. पीएम मोदी को लेकर उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का भी कच्छ के प्रति अनूठा प्रेम था. उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में कच्छ कई कठिनाइयों से बाहर निकला है और विकास पथ में अग्रणी बना है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-गुजरात हाईकोर्ट की जज गीता गोपी ने राहुल गांधी की अपील पर सुनवाई से खुद को अलग किया
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