मुजफ्फरपुर. बिहार के पूर्वी चंपारण के रक्सौल में नौकरी और ट्रेनिंग के बहाने लड़कियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है. झारखंड की 16 साल लड़की भी इस गिरोह के झांसे में आ गई. लड़की के साथ वहां नींद की गोली देकर सोने के बाद रेप किया जाता. वो सुबह उठती तो उसके कपड़े खुले मिलते थे. महिला हेल्प लाइन की काउंसिलिंग में लड़की ने ये बातें बताई हैं.
लड़की की एक सहेली रक्सौल में ट्रेनिंग ले रही थी. उसी ने नाबालिग को नौकरी के बारे में बताया था. लड़की ने रजिस्ट्रेशन कराया. शुरुआत में सब ठीक रहा, लेकिन कुछ दिन बाद परिवार की लड़की से बात होनी बंद हो गई. इसके बाद मां ने पुलिस में केस दर्ज कराया.
इसके बाद पटना महिला हेल्प लाइन को इसकी सूचना दी गई. इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ लड़के-लड़कियां सद्भावना एक्सप्रेस से कहीं जा रहे हैं. इसके बाद रेल एसपी मुजफ्फरपुर ने पुलिस को एक्टिव किया. पुलिस ने 12 लड़कियों को ट्रेन से उतारा है.
लड़की ने पुलिस को बताया कि उसकी हालत देखकर 21 लड़के और लड़कियां वहां से भाग चुके हैं. जानकारी के अनुसार, पुलिस ने वहां से 8 लड़कियों को भी मुक्त कराया है. साथ ही महिला सहित 2 को रक्सौल पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है. मुख्य आरोपी अभी भी फरार है.
पुलिस मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष ने बताया कि सद्भावना एक्सप्रेस से उतारे गए युवक और युवतियों के परिजनों को जानकारी दे दी गई है. साथ ही महिला हेल्प लाइन से काउंसलिंग भी कराई गई है. इसकी एक विस्तार से रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई है. मुख्यालय और मोतिहारी पुलिस कार्रवाई कर रही है.
कंप्यूटर कोर्स और मार्केटिंग की दी जा रही थी ट्रेनिंग
रक्सौल में डीबीआर यूनिक प्राइवेट लिमिटेड की कई ब्रांच हैं. यहां कंप्यूटर कोर्स के साथ आयुर्वेदिक दवा की मार्केटिंग करने की ट्रेनिंग दी जाती है. इससे बिहार-झारखंड और बंगाल के 12 सौ से अधिक युवक-युवती जुड़े हुए हैं. फिलहाल सभी फरार बताए जा रहे हैं, मोबाइल भी इनका बंद हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सुप्रीम कोर्ट के जज संजय करोल ने बिहार में जाति जनगणना के मामलें की सुनवाई से किया इंकार, यह है कारण
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