नई दिल्ली. राहुल गांधी अगले हफ्ते अमेरिका जा रहे हैं. 4 जून को न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वायर गार्डन में एक पब्लिक रैली को संबोधित करेंगे. 24 मार्च को संसद सदस्यता रद्द होने के बाद उन्होंने अपना पासपोर्ट सरेंडर कर दिया था.
राहुल गांधी को 3 साल के लिए नया पासपोर्ट मिलेगा. इस मामले पर दिल्ली की राउज एवेन्यु कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई. कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नया पासपोर्ट जारी करने की याचिका मंजूर कर ली है, लेकिन कहा है कि कोर्ट का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) केवल तीन साल के लिए वैध होगा.
मानहानि केस में संसद सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी ने अपना डिप्लोमैटिक पासपोर्ट सरेंडर कर दिया था. उन्होंने नया पासपोर्ट जारी किए जाने की मांग की थी. सुब्रमण्यम स्वामी ने राहुल की याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि 10 साल के लिए पासपोर्ट देने की जरूरत क्या है? केवल एक साल के लिए पासपोर्ट दिया जाए. राहुल से जुड़े दूसरे मामलों पर विचार के बाद ही इस पर फैसला दिया जाना चाहिए.
राहुल के वकील बोले- ट्रैवल करना उनका मौलिक अधिकार
कोर्ट में राहुल गांधी के वकील ने कहा कि मेरे मुवक्किल के खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई पेंडिंग नहीं है और ट्रैवल करना उनका मौलिक अधिकार है. नेशनल हेराल्ड केस में कोर्ट ने राहुल को 2015 में जमानत दे दी थी. तब कोर्ट ने उनके ट्रैवल पर कोई पाबंदी नहीं लगाई थी. कोर्ट ने कहा कि यह मामला 2018 से पेंडिंग है. इस दौरान राहुल गांधी कई बार विदेश गए हैं. उनके भागने की कोई आशंका नहीं है. ट्रैवल करना उनका मौलिक अधिकार है.
भाजपा नेता ने राहुल और सोनिया के खिलाफ केस किया था
स्वामी ने इस मामले में राहुल और सोनिया गांधी के खिलाफ केस किया था. इस पर एडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट वैभव मेहता ने स्वामी को राहुल की अपील पर जवाब दाखिल करने को कहा था. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने 23 मई को याचिका दायर कर कोर्ट से नए पासपोर्ट के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) देने की मांग की थी. बता दें कि राहुल गांधी ने सांसदी जाने के बाद अपना डिप्लोमैटिक पासपोर्ट सरेंडर कर दिया था. इसके बाद उन्होंने साधारण पासपोर्ट के लिए एनओसी जारी करने की गुहार लगाई है.
28 मई को अमेरिका जाना चाहते हैं राहुल
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 28 मई को अमेरिका जाना चाहते हैं. जहां वे स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक इवेंट में शामिल होंगे. वहां 29-30 मई को राहुल प्रवासी भारतीयों से मिलेंगे.
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता क्यों गई
13 अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, चोरों का सरनेम मोदी है. सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी हो चाहे नरेंद्र मोदी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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