अभिमनोज. महाराष्ट्र का सियासी समीकरण पूरी तरह से उलझ गया है, इसका असर लोकसभा और विधानसभा चुनाव पर क्या होगा, कोई नहीं जानता, लेकिन ऐसा लग रहा है कि- महाराष्ट्र की सियासी दशा और दिशा शरद पवार पर निर्भर है?
यही वजह के अजित पवार और उनके समर्थक लगातार शरद पवार से मिल रहे हैं और उन्हें मनाने की कोशिशें कर रहे हैं, हालांकि.... शरद पवार ने साफ कर दिया है कि- कुछ शुभचिंतक मुझे मनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन हमारी पार्टी कभी भाजपा के साथ नहीं जाएगी!
खबरें हैं कि.... महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और एनपीसी चीफ शरद पवार ने शनिवार को पुणे में सीक्रेट मीटिंग की थी, इसके बाद संगोला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि- बीजेपी के साथ कोई भी जुड़ाव एनसीपी की पॉलिसी में फिट नहीं बैठता है.
खबरों की मानें तो यह मीटिंग शनिवार शाम को कोरेगांव पार्क इलाके में एक कारोबारी के बंगले पर हुई थी, इस मीटिंग में एनसीपी नेता जयंत पाटिल भी मौजूद थे.
याद रहे, एनसीपी में सियासी विवाद के बाद अजित पवार और शरद पवार की ये चौथी मुलाकात थी, इससे पहले 16 और 17 जुलाई 2023 को भी अजित पवार ने बागी विधायकों के साथ शरद पवार से मुलाकात की थी, लेकिन शरद पवार की सियासी सोच में कोई बदलाव नहीं आया था!
देखना दिलचस्प होगा कि अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र के सियासी समीकरण में कोई बड़ा बदलाव आता है या नहीं?
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