नई दिल्ली. केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार महंगाई दर बढ़ी हुई है, वहीं देशभर में खाद्य सामग्री की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. टमाटर समेत अन्य सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है, हालांकि अब इनके दाम तेजी से घट रहे हैं. इस बीच आम लोगों के लिए अच्छी खबर आई है.
अगर आप अपना आशियाना बनाने की सोच रहे हैं यह सबसे अच्छा मौका है, क्योंकि निर्माण सामग्री में सबसे अहम सरिया की कीमतें गिरी हैं. अगर आप भी अपने प्लॉट पर निर्माण कार्य शुरू कर रहे हैं तो सरिया खरीद सकते हैं. आपके लिए सुनहरा मौका आया है, क्योंकि लंबे समय बाद सरिया की कीमतों में काफी कमी आई है. बता दें कि घर बनाने में ईंट, सीमेंट, रोड़ी-बजरी के साथ सरिया की बड़ी भूमिका होती है. जब-जब सरिया की कीमतें बढ़ती हैं तो निर्माण लागत बढ़ जाती है.
एक महीने में और गिरे दाम
निर्माण सामग्री से जुड़े जानकारों की मानें तो पिछले एक महीने के दौरान तुलना की जाए तो सरिया की कीमतों में 500 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक की कमी दर्ज की गई है. वहीं, डेढ़ साल के दौरान कीमतों की तुलना करें तो अप्रैल 2022 से लेकर अब तक सरिया के दाम करीब-करीब आधे हो गए हैं. इस लिहाज से सरिया वर्तमान में काफी कम दाम पर बिक रहा है.
2022 में उच्चतम स्तर पर थी कीमत
बता दें कि डेढ़ साल पहले अप्रैल, 2022 की बात करें तो बाजार में सरिया की कीमत 75,000 रुपये प्रति टन थी. इसमें गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) शामिल करने के बाद 93000 रुपये प्रति टन पहुंच गई थी. इस हिसाब से वर्तमान में सरिया के दाम बहुत कम हैं.
दिल्ली में 1500 से अधिक कम हुए दाम
राष्ट्रीय राजधानी में कुछ महीने पहले सरिया का दाम 49,600 प्रति टन था. वर्तमान में यह 48,000 प्रतिन टन है. इस हिसाब से 1600 रुपये प्रति टन दाम कम हुआ है. यह सीधे-सीधे फायदे का सौदा है.
गाजियाबाद में भी गिरी कीमत
देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी निर्माण कार्य जारी है. यहां पर पूर्व में सरिया प्रति टन, 51,000 था, लेकिन वर्तमान में यह 48,500 प्रति टन बिक रहा है. इस लिहाज से यहां भी सरिया सस्ता मिल रहा है. यहां पर बता दें कि घरों के निर्माण में अधिकतर 10 मिलीमीटर और अधिक से अधिक 12 मिलीमीटर का सरिया इस्तेमाल में लाया जाता है. इसके अलावा 16 के अलावा 20, 25 और 32 मिलीमीटर का सरिया बड़े प्रोजेक्ट में उपयोग में लाया जाता है. इनमें पुल, फैक्ट्री और बड़ी इमारतें हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस
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