अकासा एयरलाइन 43 पायलटों के अचानक इस्तीफे के बाद संकट में, कई उड़ानें कैंसिल, इनसे 22 करोड़ का मुआवजा मांगा

अकासा एयरलाइन 43 पायलटों के अचानक इस्तीफे के बाद संकट में, कई उड़ानें कैंसिल, इनसे 22 करोड़ का मुआवजा मांगा

प्रेषित समय :15:40:44 PM / Wed, Sep 20th, 2023
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नई दिल्ली. अकासा एयर 43 पायलटों के इस्तीफे के बाद संकट में आ गई है. उसे अपना ऑपरेशन बंद करना पड़ सकता है. पायलटों के अचानक इस्तीफे के कारण कंपनी को सितंबर में हर दिन 24 उड़ानें कैंसिल करनी पड़ींं. एयरलाइन ने मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट में यह जानकारी दी.

एयरलाइन के वकील ने जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा से कहा, 'पायलटों ने अनिवार्य नोटिस अवधि पूरी नहीं की, इसलिए अकासा एयर को हर दिन कई उड़ानें कैंसिल करने के लिए मजबूर होना पड़ा. फर्स्ट ऑफिसर्स के लिए नोटिस पीरियड 6 महीने और कैप्टन के लिए 1 साल है. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पायलट अकासा एयर की राइवल एयरलाइंस में शामिल हो गए हैं. इसमें ये भी कहा गया है कि अकासा एयर के एक अधिकारी ने राइवल ग्रुप को पत्र लिखकर चिंता व्यक्त की और इसे अनैतिक बताया.

इस महीने 600-700 फ्लाइट कैंसिल हो सकती हैं

अकासा एक दिन में 120 उड़ानें ऑपरेट करती है. इस महीने 600-700 फ्लाइट कैंसिल हो सकती हैं. अगस्त में भी उसे 700 उड़ानें कैंसिल करनी पड़ी थीं. अकासा का मार्केट शेयर अगस्त में कम हो कर 4.2 प्रतिशत पर आ गया. जुलाई में यह 4.2 प्रतिशत था. एयरलाइन ने अदालत से एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी ष्ठत्रष्ट्र को अनिवार्य नोटिस पीरियड नियमों को लागू करने का अधिकार देने का अनुरोध किया है.

पायलटों से 22 करोड़ का मुआवजा मांग रही एयरलाइन

एयरलाइन उन पायलटों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग कर रही है जो अनुबंध संबंधी नोटिस अवधि पूरी किए बिना चले गए हैं. इसके साथ ही उड़ानें कैंसिल होने के कारण हुए रेवेन्यू के नुकसान के लिए मुआवजे के रूप में लगभग 22 करोड़ रुपए की मांग कर रही है.

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अकासा को हरी झंडी

उधर, इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अकासा को हरी झंडी दे दी गई है, लेकिन उसे उन देशों से अप्रूवल्स का इंतजार है, जिन देशों में वह फ्लाइट ऑपरेट करना चाहती है. अभी एयरलाइन डोमेस्टिक रूट्स पर ही ऑपरेट होती है.

अंतर्राष्ट्रीय रूट पर फ्लाइट ऑपरेशन ज्यादा प्रॉफिटेबल

कॉम्पिटिशन कम होने के कारण अंतर्राष्ट्रीय मार्गों को अक्सर ज्यादा प्रॉफिटेबल माना जाता है. पहले, भारत में किसी भी एयरलाइन को अगर इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करना है तो उसके पास बेड़े में 20 विमान और 5 साल का एक्सपीरियंस होना कंपलसरी था. हालांकि, साल 2016 में भारत की सिविल एविएशन पॉलिसी में बदलाव किया गया और 5 साल के एक्सपीरियंस वाले नियम को हटा दिया गया. इससे नई एयरलाइनों के लिए इंटरनेशनल मार्केट में एंट्री के गेट खुल गए. अकासा एयर 7 अगस्त 2022 को लॉन्च हुई थी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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