नई दिल्ली. एनआईए ने गैंगस्टर-आंतकवादियों के नेटवर्क पर कार्रवाई प्रारम्भ कर दी है. आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी ने 43 कुख्यात व्यक्तियों की फोटो जारी की हैं, इनमें से कुछ कनाडा में हैं. आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में इन व्यक्तियों पर आतंकवादी संगठनों से संबंध होने का शक है. एनआईए द्वारा जारी की गई सूची में कुछ मोस्ट वांटेड अपराधी शामिल हैं जो देश से भागे हैं. उन पर खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ शामिल होने का आरोप है.
भारत का यह कदम देश अंदर व इसकी सीमाओं के पार संगठित अपराध, आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के एनआईए के चल रहे प्रयासों के हिस्से के रूप में उठाया गया है. इनमें से कई आरोपी वर्तमान में भारतीय जेलों में है. वहीं अन्य बड़े पैमाने पर हैं जो विदेशी धरती से काम कर रहे हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर रहे हैं. एक सूची जारी की गई है, जिसके अनुसार अर्शदीप गिल उर्फ अर्श दल्लाजो वर्तमान में कनाडा में रह रहा है, इसकी पहचान पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस आईएसआई द्वारा समर्थित खालिस्तान टाइगर फोर्स केटीएफ के करीबी सहयोगी के रूप में की जाती है. वह कथित तौर पर पंजाब में हाल ही में एक कांग्रेस नेता की हत्या सहित भारत में आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने व संचालित करने में शामिल रहा है. एनआईए की जांच से पता चला है कि वह कनाडा से ऑपरेट करता है. कनाडा में रहने वाला लखबीर सिंह लिंडा पंजाब में रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड आरपीजी हमले सहित विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है. वह कनाडा से संचालित होने वाले आतंकी-आपराधिक सिंडिकेट की कमान संभाल रहा है. लिंडा पर हाई-प्रोफाइल हत्याओं की साजिश रचकर उन्हें अंजाम देने का आरोप है. उस पर कनाडा में रहते हुए भगोड़ों, गैंगस्टरों को आश्रय देने व धन मुहैया कराने का भी आरोप है.
गोल्डी बराड़-
बराड़ को सिद्धू मूस वाला की हत्या का मास्टरमाइंड माना जाता है. पंजाबी गायक की पिछले साल मई में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
लॉरेंस विश्नोई -
भारत में सबसे कुख्यात गैंगस्टरों में से एक के रूप में जाना जाता है. विश्नोई एक दुर्जेय आतंकवादी-अपराध सिंडिकेट का सेंटर प्वाइंट है.
अनमोल विश्नोई-
कहा जाता है कि लॉरेंस विश्नोई का छोटा भाई अनमोल फिलहाल संयुक्त राज्य अमेरिका में छिपा हुआ है. वह सिद्धू मूसावाला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है.
जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरी-
जगदीप सिंह जो वर्तमान में पंजाब की जेल में बंद है. इसपर आतंकवादी संगठनों को स्थानीय समर्थन प्रदान करने का शक है. ऐसा माना जाता है कि वह सलाखों के पीछे से ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से नशीली दवाओं की तस्करी का संचालन करता था.
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