नई दिल्ली।आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के दिल्ली स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी चल रही है. संजय सिंह अपने आवास पर ही मौजूद हैं. यह छापेमारी कथित शराब नीति घोटाले के संबंध में बताई जा रही है, जिसके लिए संजय सिंह के सहयोगियों की ईडी ने इस साल की शुरुआत में तलाश ली थी. प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली आबकारी नीति केस में दो आरोपी गवाह बन गए हैं. उनसे मिली सूचना के आधार पर ईडी ने संजय सिंह के घर यह सर्च ऑपरेशन चलाया.
इसी शराब घोटाले के सिलसिले में संजय सिंह की पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया जेल में बंद हैं. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और उत्पाद शुल्क मंत्री को घोटाले में उनकी कथित भूमिका के लिए पहली बार 26 फरवरी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. उन्होंने 28 फरवरी को दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. बाद में ईडी ने आप नेता को 9 मार्च को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार कर लिया, जहां वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में बंद हैं.
इसी शराब घोटाले के सिलसिले में संजय सिंह की पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया जेल में बंद हैं. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और उत्पाद शुल्क मंत्री को घोटाले में उनकी कथित भूमिका के लिए पहली बार 26 फरवरी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. उन्होंने 28 फरवरी को दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. बाद में ईडी ने आप नेता को 9 मार्च को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार कर लिया, जहां वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में बंद हैं.
ईडी ने लगभग 270 पेज के अपने सप्लीमेंट्री चार्ज शीट में, मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब घोटाले में ‘प्रमुख साजिशकर्ता’ बताया था. दिल्ली शराब या 2021-22 आबाकरी नीति घोटाले में ईडी और सीबीआई ने अपनी जांच के बाद जो आरोप लगाए हैं, उसके मुताबिक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए बनाई गई उत्पाद शुल्क नीति में गुटबंदी की अनुमति दी और कुछ डीलरों का पक्ष लिया गया, जिन्होंने कथित तौर पर रिश्वत दी थी. हालांकि, आम आदमी पार्टी इन आरोपों का दृढ़ता से खंडन करती रही है.
संजय सिंह के दो सहयोगियों के यहां भी हुई थी रेड- बता दें कि संजय सिंह के दो सहयोगी सर्वेश मिश्रा और अजीत त्यागी के घर पहले ही ईडी की रेड हो चुकी है. शराब कारोबारियों के साथ इन दोनों की बातचीत के मामले में ईडी इन दोनों से पूछताछ कर चुकी है. ईडी सूत्रों के मुताबिक इस केस में दो आरोपी राघव मगुंटा और दिनेश अरोड़ा गवाह बन गए हैं. जिसके बाद संजय सिंह के आवास पर ईडी ने यह रेड की है.
अब तक तीन लोग बने सरकारी गवाह- मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी राघव मगुंटा वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे हैं. कोर्ट ने दिनेश अरोड़ा को भी सरकारी गवाह बनने की अनुमति दी थी. फिलहाल ये दोनों जमानत पर बाहर हैं. इससे पहले अरबिंदो फार्मा के निदेशक शरद रेड्डी भी सरकारी गवाह बन चुके हैं. यानी कुल मिलाकर इस मामले में अब तक तीन लोग सरकारी गवाह बने हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-